कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी का प्रचार करने केरल के वायनाड पहुंचीं. यहां प्रियंका ने इमोशनल कार्ड खेला. उन्होंने अपने और राहुल गांधी के बचपन के दिनों को याद किया और दादी के बाद पिता को खोने का जिक्र किया. 'आजतक' से खास बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि इमोशनल होना जरूरी था. अपने भाई राहुल गांधी के लिए यहां चुनाव प्रचार करने आईं प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र, भाषा और संस्कृति में अभिव्यक्ति में दिल से भरोसा करते हैं.
इस दौरान उन्होंने अपने भाई, उनके जीवन, उनकी शिक्षा, अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या और अपने पिता राजीव गांधी के बारे में भावुक भाषण दिया. वायनाड में राहुल गांधी के लिए प्रचार करने पहुंची प्रियंका गांधी ने एक के बाद एक कई सभाओं को संबोधित किया. इनमें से एक सभा बेहद खास थी जिसमें प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी को लेकर भावुक भाषण दिया. प्रियंका गांधी ने इंदिरा गांधी और अपने पिता राजीव गांधी की हत्या से परिवार पर टूटी विपत्ति का जिक्र भी किया.
प्रियंका गांधी ने कहा, 'मेरे भाई राहुल मुझसे 2 साल बड़े हैं. वो मेरे सबसे अच्छे और सबसे कष्टदायी समय के दौरान मेरे साथी रहे हैं. बचपन में हमने ऐसा वक्त गुजारा जिसमें हमने हिंसा और अपनों को खोने की तबाही देखी है. इंदिरा जी हमारे लिए एक और मां की तरह थीं. मेरा भाई 14 साल का था और मैं 12 की थी, जब उनकी हत्या हमारे घर में कर दी गई थी. चार लोगों का हमारा परिवार, हमारे माता-पिता के प्रेम से बंधा था और उस प्रेम से हमें वो सब सहने का साहस मिला, जो हमारे साथ हो रहा था. सात साल बाद 21 साल का मेरा भाई हार्वड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था. तब मेरे पिता की हत्या कर दी गई. मैं और मेरे भाई पर विपत्ति टूट पड़ी, लेकिन विपत्ति की उस घड़ी में भी मेरे भाई ने कहा कि उनके मन में कोई गुस्सा नहीं है.'
प्रियंका गांधी यहीं नहीं रुकीं. मौजूदा समय की बात करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'राहुल गांधी अपने विरोधियों को गले लगाते हैं जबकि उनके विरोधी हर दिन उन्हें भला-बुरा कहते हैं.' प्रियंका गांधी ने कहा कि वो (राहुल गांधी) ऐसे शख्स हैं जिनका मजाक उनके साहस की वजह से उड़ाया जाता है और अपनी सोच के लिए नीचा दिखाया जाता है. इसके बावजूद उन्हें न तो गुस्सा आता है न उनमें नफरत है. वो ऐसे हैं जिन्हें उनके विरोधी हर दिन गाली देते रहते हैं. उनकी शिक्षा पर सवाल किया जाता है. उनके शहीद पिता को चोर कहा जाता है. उनकी मां को भला बुरा कहा जाता है. फिर भी उनमें इतना साहस और बुद्धिमानी है कि दूसरी तरफ जाएं और उन लोगों को गले लगाएं जो उन्हें गाली देते हैं.
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने राहुल की जिंदगी से जुड़ी दिलचस्प बातें भी बताईं. जैसे राहुल ने अपनी अलमारी में एकदिन केवल दस चीजों को रखा और उनका ही इस्तेमाल करने लगे. इसके बाद 'आजतक' से खास बातचीत करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उनके लिए राहुल से जुड़ी बातें बताना जरूरी था.
प्रियंका गांधी ने कहा, 'वायनाड के लोगों ने मुझे ढेर सारा प्यार और स्नेह दिया है और ये साफ तौर पर मेरे भाई के लिए समर्थन की अभिव्यक्ति है. इस वजह से मैं यहां आकर खुश हूं, यह मेरा सौभाग्य है.' इमोशनल बात किए जाने के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा, 'हां मुझे लगता है कि ये बहुत जरूरी था, क्योंकि उनके (राहुल गांधी) बारे में बहुत ज्यादा दुष्प्रचार किया जा रहा है और लोग जानते हैं कि वास्तव में वो कौन हैं, और मुझे लगा कि वायनाड के लोग जानें कि वो कौन हैं.
बीजेपी ने कसा तंज
वायनाड में प्रियंका गांधी ने जहां इमोशनल कार्ड खेला और राहुल गांधी की छवि बिगाड़न की साजिश का आरोप लगाया, वहीं बीजेपी ने एक बार फिर राहुल गांधी पर तंज कसने का मौका नहीं गंवाया. अहमदाबाद में पीयूष गोयल ने कहा कि एक बार राहुल गांधी से सवाल पूछा गया था कि देश की स्वास्थ्य समस्या को सुधारने के लिए आपके पास क्या उपाय है, उस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश की सभी एमआरआई मशीनों को इंटर कनेक्ट कर दिया जाए तो देश की स्वास्थ्य समस्या का हल हो जाएगा. पीयूष गोयल ने कहा कि मैं समझता हूं कि यह पर्याप्त है कांग्रेस और कांग्रेस नेतृत्व को समझने के लिए.
बहरहाल, भले ही बीजेपी राहुल गांधी का मजाक उड़ाये और प्रियंका राहुल का बचाव करें. लेकिन राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई बार हमला कर साबित कर दिया है कि जुबानी जंग में वो भी पीछे नहीं हैं.
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