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2019 में पहले से बड़ा बहुमत, ओडिशा-बंगाल-पूर्वोत्तर में मिलेगी बड़ी बढ़त: अमित शाह

इंडिया टुडे समूह के इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पहले से बड़ा बहुमत हमें मिलेगा. उन्होंने कहा कि ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी को बड़ी बढ़त मिलेगी

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (India today)
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (India today)

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इंडिया टुडे समूह के इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पहले से बड़ा बहुमत हमें मिलेगा. उन्होंने कहा कि ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी को बड़ी बढ़त मिलेगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यूपी में हम पहले से भी ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने अमित शाह से सवाल किया कि 2019 में एनडीए को कितनी सीटें मिलेंगी? इस पर अमित शाह ने कहा कि सीटों का आंकड़ा देना मुश्किल है, लेकिन हम पहले से मजबूत होकर सत्ता में आएंगे और नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.

अमित शाह ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में हमने कई राज्यों में क्लीन स्वीप किया था. ऐसे में अगर इन राज्यों में हमें कुछ सीटों का नुकसान होगा, जिसकी भरपाई हमें पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों के जरिए पूरा करेंगे. इन राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को पहले से ज्यादा बड़ी जीत मिलेगी.

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बता दें कि बीजेपी 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा पर खास फोकस कर रही है. इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्र सरकार के मंत्री इन राज्यों में लगातार दौरा कर रहे हैं.

इसी का नतीजा है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में पंचायत और उपचुनाव में कांग्रेस और वामपंथी दलों को पीछे छोड़ते हुए दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है. इसके अलावा पूर्वोत्तर के असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में जहां सरकार बनाने में कामयाब रही है. वहीं, मेघालय और नागालैंड में पार्टी खाता खोलने में सफलता हासिल की है. जबकि मोदी के सत्ता में आने से पहले पूर्वोत्तर के किसी भी राज्य में पार्टी की सरकार नहीं थी.

पूर्वोत्तर में बीजेपी की जड़े जमाने में संघ की अहम भूमिका मानी जाती है. 2014 से पहले पूर्वोत्तर में बीजेपी का आधार नहीं था. बीजेपी के लिए पूर्वोत्तर की सियासी जमीन ऊसर जैसी थी, जिस पर संघ की मेहनत और नरेंद्र मोदी की रणनीति ने कमल खिलाने का काम किया है. इसी के चलते बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वोत्तर में बड़ी जीत की उम्मीद नजर आ रही है.

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