भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव का कहना है कि पिछले 5 सालों में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में कई मोर्चों पर सफलता पाई है. बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया किया गया. आतंकियों के ओवर ग्राउंड सपोर्ट को भी लगभग खत्म कर दिया गया है. इसके साथ ही विकास के मोर्चे पर भी तेजी से काम हुआ है. आज कश्मीर का बड़ा हिस्सा शांत है.
इंडिया टुडे के खास कार्यक्रम 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019' में राम माधव ने कहा कि हमारी लड़ाई कश्मीरियों से नहीं है. हमारी लड़ाई उनसे है जो कश्मीर को अशांत करना चाहते हैं, जो कश्मीर में हिंसा फैलाते हैं. पीएम मोदी ने भी कहा है कि कश्मीरी हमारे हैं.
इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद देश में कश्मीरियों पर हमले हो रहे हैं, जिसमें बजरंग दल का भी नाम आ रहा है. क्या यह सही है? इस सवाल के जवाब में राम माधव ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसी घटना सामने नहीं आई है. लेकिन कश्मीरियों को टारगेट करना बिल्कुल गलत है. अगर कहीं भी कश्मीरियों पर हमले हो रहे हैं तो ये गलत है और जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कश्मीरियों के साथ है. कश्मीरियों को समझना चाहिए कि कुछ लोग केवल उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. राम माधव की मानें तो कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में आज शांति है, जहां तक पत्थरबाजी का मामला है कि कश्मीर के केवल 70-80 जगहों में इस तरह की घटना होती है.
बीजेपी महासचिव की मानें तो कश्मीर की समस्या को लेकर सभी सरकारों ने कोशिश की है. लेकिन मोदी सरकार ने एक कदम आगे बढ़कर मामले को गंभीरता से लिया. हमारी सरकार ने घाटी में आतंकवाद और अलगाव को अलग-अलग तरीके से लिया. सरकार ने विकास के जरिये घाटी के लोगों का दिल जीतने की कोशिश की है.
आतंकवाद पर बोलते हुए राम माधव ने कहा कि सबको पता है कि पाकिस्तान में इमरान खान की ताकत क्या है और सरकार की डोर किससे पास है. उन्होंने कहा कि इमरान खान अगर सही में भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं तो वो सबसे पहले पाकिस्तान में चल रहे टेटर कैंपों को ध्वस्त करें. केवल शांति की बात करने से कुछ नहीं होगा.