साल 2019 के सबसे बड़े कार्यक्रम इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के पहले दिन राजनीतिक दिग्गजों ने बहस में हिस्सा लिया. ‘क्रिस्टल बॉल: 2019 कौन और क्यों जीतेगा’ सेशन में लोकसभा चुनाव, उनके मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. सेशन में शामिल विश्लेषकों ने बताया कि बीते कुछ समय में काफी चीजें बदली हैं, लेकिन अभी भी 2019 की जीत गठबंधन के हाथ में हैं.
इस सेशन में राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव, जैन यूनिवर्सिटी के संदीप शास्त्री, सी-वोटर्स के यशवंत देशमुख, प्रवीण चक्रवर्ती, एक्सिस इंडिया के प्रदीप गुप्ता, चाणक्य के वीके बजाज, चुनाव विश्लेषक राहुल वर्मा शामिल हुए.
प्रवीण चक्रवर्ती ने बताया कि 2019 का चुनाव एक ओपन गेम है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में गठबंधन जरूरी है लेकिन सिर्फ नेताओं या फिर पार्टी के बीच गठबंधन नहीं होना चाहिए, कार्यकर्ताओं का एक होना जरूरी है.
संदीप शास्त्री ने कहा कि हिंदी हार्टलैंड ही किसी भी पार्टी की जीत तय करगा, बीते दिनों में इन क्षेत्रों में कई तरह के गठबंधन हुए हैं जो असर डालेंगे. उन्होंने कहा कि गठबंधन में ये भी देखना जरूरी है कि पार्टी के कार्यकर्ता साथ आते हैं या नहीं.
सी-वोटर्स के यशवंत देशमुख बोले कि 2019 सबसे सिंपल चुनाव होगा, ना 2004 की तरह बीजेपी के खिलाफ कुछ होगा और ना ही 2014 में बीजेपी के हक में सबकुछ होगा. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी-एनडीए को 4-5 फीसदी का फायदा हो सकता है लेकिन सीटों का फायदा कहना मुश्किल है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन हुआ है. जिसने यूपी की सियासत को पूरी तरह से बदल दिया है, ऐसे में लोगों के बीच में सवाल है कि क्या बीजेपी एक बार फिर 2014 की तरह जीत हासिल कर पाएगी. बीजेपी ने भी तमिलनाडु, महाराष्ट्र और पंजाब में अपने गठबंधन फाइनल कर लिए हैं.
आपको बता दें कि 1 और दो मार्च को नई दिल्ली में आयोजित हो रहे इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में देश की बड़ी हस्तियां देश और दुनिया के मुद्दों पर बात करेंगी. इस कार्यक्रम में राजनीति, खेल, मनोरंजन समेत अन्य सभी क्षेत्रों के दिग्गज शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कई बड़ी हस्तियां इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हैं.