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एग्जिट पोल के बाद कर्नाटक कांग्रेस में बगावत, बदले सियासी हालात

कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए रोशन बेग ने कहा कि सिद्धारमैया ने लिंगायतों को तोड़ा. अब हमारे पास अपनी नाक कटवाने के लिए कोई और काम नहीं बचा है. उन्होंने सिद्धारमैया पर सरकार को संकट में लाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्धारमैया चाहते ही नहीं हैं कि यह सरकार चले और कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने रहें.

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कांग्रेस नेता रौशन बेग (फाइल फोटो)
कांग्रेस नेता रौशन बेग (फाइल फोटो)

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लोकसभा चुनाव के परिणाम अभी नहीं आए हैं लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद ही कर्नाटक कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है, जिससे राज्य की जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन सरकार पर खतरे की आशंका पैदा हो गई है. कर्नाटक कांग्रेस के नेता रोशन बेग ने पार्टी महासचिव वेणुगोपाल राव को जोकर करार दिया है तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को एक फ्लॉप अध्यक्ष बताया है. रोशन बेग यहीं नहीं रुके और कहा, 'बीजेपी को 18 सीटों से ज्यादा मिलेंगी जो सिर्फ सिद्धारमैया की वजह से हुआ है. यह कांग्रेस के चेहरे पर तमाचा है'.

कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए रोशन बेग ने कहा, 'सिद्धारमैया ने लिंगायतों को तोड़ा. अब हमारे पास अपनी नाक कटवाने के लिए कोई और काम नहीं बचा है'. उन्होंने सिद्धारमैया पर सरकार को संकट में लाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'सिद्धारमैया चाहते ही नहीं हैं कि यह सरकार चले और कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने रहें'.

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कर्नाटक का सियासी गणित

कर्नाटक में साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव (222 सीट) में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और 104 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस को 80 और सीएम कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस को 38 सीटें मिली थी. परिणाम आने के बाद बीजेपी ने राज्य में सरकार बना ली थी, लेकिन कोर्ट में कांग्रेस की चुनौती पर येदियुरप्पा फ्लोर टेस्ट पास नहीं कर पाए और सरकार गिर गई.

बीजेपी को सत्ता से रोकने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दे दिया जिसकी मदद से कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बन गए. लेकिन कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिलने और जेडीएस का मुख्यमंत्री होने की वजह से गठबंधन में खटपट शुरू हो गई. कुमारस्वामी कई बार आरोप लगा चुके हैं कि कांग्रेस के विधायक और नेता ही सरकार को अस्थिर करने में जुटे हुए हैं.

बीजेपी ने जनवरी 2019 में दावा किया था कि कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं और गठबंधन सरकार अल्पमत में है. सरकार गिरने के डर से कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को वहां से बाहर एक रिजॉर्ट में रखा था ताकि बीजेपी की खरीद-फरोख्त से उन्हें बचाया जा सके.

बीजेपी को चाहिए सिर्फ 8 विधायकों का समर्थन

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कर्नाटक में किसी भी पार्टी को सरकार बनाए रखने के लिए 112 सीटों की जरूरत होती है. ऐसे में बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सिर्फ 8 विधायकों की जरूरत होगी क्योंकि बीजेपी के पास 104 सीटें पहले से हैं. ऐसे में अगर रोशन बेग की तरह 8 और विधायक बगावत पर उतर कर बीजेपी के पाले में आ जाते हैं तो कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार खतरे में पड़ सकती है.

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