देश में लोकसभा चुनावों में कुल 543 सीटों के लिए 7 चरणों में होने वाले चुनाव के तहत पहले चरण में गुरुवार को मतदान किया गया. पहले चरण में 20 राज्यों की कुल 91 सीटों को शामिल किया गया है. अरुणाचल प्रदेश में दोपहर 2 बजे तक 40.73 फीसदी वोटिंग दर्ज की जा चुकी थी जो दोपहर 3 बजे ये आंकड़ा 50.87% तक जा पहुंचा है. दोनों सीटों पर औसत 66 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.
वहीं बात करें अरुणाचल प्रदेश की अरुणाचल पूर्व सीट संसदीय सीट की तो यहां से नामांकन रद्द होने और नाम वापस लेने की प्रक्रिया के बाद फाइनल नामों में बीजेपी से तापिर गाओ, कांग्रेस से लवांगछा वांगलात, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल से मोंगोल योसमो, जनता दल(सेक्युलर) से बेंडे मिल और निर्दलीय उम्मीदवार सीसी सिंगफों का नाम शामिल है.
अरुणाचल प्रदेश की कुल दो सीटों पर मतदाताओं की तादाद 798248 है. इनमें से 394456 पुरुष और 403792 महिलाएं हैं. इसके लिए 2202 पोलिंग बूथ बनाए गए.
अरुणाचल पूर्व लोकसभा सीट: BJP का पुराने तो कांग्रेस का नए चेहरे पर दांव
साल 2014 का जनादेश
अरुणाचल प्रदेश पूर्व संसदीय क्षेत्र से साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के निनोंग इरिंग ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी तापिर गाओ को 12 हजार 478 वोटों से हराया था. इस चुनाव में निनोंग इरिंग को एक लाख 18 हजार 455 वोट यानी 45.02 फीसदी वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी तापिर गाओ को एक लाख पांच हजार 977 वोट मिले थे.
इस सीट पर कुल 3 लाख 12 हजार 704 वोटर है. इनमें से पुरुष वोटरों की संख्या एक लाख 26 हजार 888 है, जबकि महिला वोटरों की संख्या एक लाख 28 हजार 574 है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख 63 हजार 157 यानी फीसदी वोट पड़े थे.
अरुणाचल पूर्व लोकसभा सीट का क्या है सियासी गणित, कौन मारेगा बाजी?
अरुणाचल प्रदेश में 60 सदस्यीय विधानसभा है, जिनमें से विधानसभा की 27 सीटें अरुणाचल पूर्व संसदीय क्षेत्र में आती है. साल 2014 के अरुणाचल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 48 सीटों, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 5 और कांग्रेस पार्टी को 5 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक भी जीते थे. इसके बाद बीजेपी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सूबे में सरकार बना ली थी.
गौरतलब है कि चुनाव के पहले चरण में 18 मार्च को नोटिफिकेशन जारी किए जाने के बाद 25 मार्च को नामांकन की आखिरी तारीख थी. अंतिम चरण में वोटिंग 19 मई को होगी, जिसके बाद पूरे देश के चुनाव नतीजों का ऐलान 23 मई को किया जाएगा.
प्रथम चरण में 91 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हो रहे चुनावों में 14 करोड़ 21 लाख और 69 हजार से अधिक मतदाता कुल 1279 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने जा रहे हैं. लोकसभा सीटों की संख्या के मामले में पहला चरण सात चरणों में तीसरा सबसे बड़ा चरण है. इस चुनाव के लिए 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 1 लाख 70 हजार से अधिक पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. इस चुनाव में 7764 थर्ड जेंडर मतदाता भी मताधिकार का उपयोग करेंगे.
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