आंध्र प्रदेश की राजमपेट लोकसभा सीट पर मतदान खत्म हो गया है है. यहां पर सुबह 7 बजे से ही लोग अपने वोटर आईडी कार्ड के साथ मतदाता केंद्र पर पहुंचे गए थे. गर्म मौसम के बावजूद लोगों में वोटिंग को लेकर उत्साह देखने को मिला. हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर EVM में खराबी की वजह से लोगों को मतदान दिक्कतें आईं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर 78.40 फीसदी मतदान हुआ है.
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने परिवार के साथ अमरावती के उंदावल्ली गांव में वोट डाला. इस दौरान उनके बेटे नारा लोकेश और उनका पूरा परिवार मौजूद था. YSR कांग्रेस अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने कडपा जिले के पुलिवेंदुला गांव में वोट डाला. पुलिवेंदुला विधानसभा सीट से ही जगनमोहन चुनाव लड़ रहे हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल कृष्ण द्विवेदी ने ताडेपल्ली इलाके में अपना वोट डाला. उन्होंने कहा कि राज्य भर में 50 जगहों से EVM में खराबी की खबरें आईं. आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने EVM में खराबी का हवाला देकर 150 से ज्यादा बूथों पर फिर से मतदान की मांग की है.
बता दें कि राजमपेट लोकसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है. इस बार इस सीट पर वाईएसआर कांग्रेस, कांग्रेस और टीडीपी के बीच टक्कर है.
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वाईएसआर कांग्रेस ने इस सीट पर सांसद पीवी मिधुन रेड्डी को एक बार फिर से टिकट दिया है. कांग्रेस ने इस सीट से एम शाहजहां बाशा को टिकट दिया है. जनसेना पार्टी ने भी इस सीट से मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दिया है. पार्टी ने सैयद मुकर्रम को उम्मीदवार बनाया है, जबकि टीडीपी की ओर से डी ए सत्य प्रभा को टिकट दिया है. बीजेपी ने इस बार इस सीट से अपना कैंडिडेट नहीं उतारा है. इस लोकसभा सीट पर कुल 9 कैंडिडेट मैदान में हैं.
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राजमपेट लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 11 बार जीत दर्ज की है. वहीं, तेलुगू देशम पार्टी महज 2 बार इस सीट पर कब्जा कर पाई है. एक समय में इस सीट पर स्वतंत्र पार्टी का वर्चस्व था, इस पार्टी ने 1962 के आम चुनावों में यह हासिल की थी लेकिन उसके बाद स्वतंत्र पार्टी को यह सीट दोबारा नहीं मिल सकी.
राजमपेट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साई प्रताप अन्नययागरी ने सबसे ज्यादा 6 बार जीत हासिल की है, तो वहीं 4 बार पूर्व कांग्रेस सांसद पोथुराजू पार्थसारथी के पास रही है. दिलचस्प यह है कि पूरे प्रदेश में गठन के बाद से ही असर दिखाने वाली टीडीपी को इस सीट पर मजह दो बार (1984 और 1999 में) ही जीत मिल सकी है. 2014 के आम चुनाव में भी टीडीपी तीसरे नंबर पर खिसक गई थी.
वहीं, दो अन्य विधानसभाओं (राजमपेट और थान्बलापल्ले) में टीडीपी का कब्जा है. कोदूर विधानसभआ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2014 के आम चुनाव के मुताबिक राजमपेट लोकसभा सीट पर कुल 14,87,791 मतदाता हैं. जिसमें महिलाओं (7,52,029) की संख्या पुरुषों (7,35,613) से ज्यादा है. जानकारी के मुताबिक इस लोकसभा क्षेत्र की 78 फीसदी जनता ग्रामीण इलाके में रहती है और 22 फीसदी लोग शहर में रहते हैं.
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