लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण के लिए 19 मई रविवार को वोट डाले गए. यहां पर 60.69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. इस बार उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर लोकसभा सीट से 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी ने यहां अपना दल (सोनेलाल) से गठबंधन किया हुआ है. अपना दल (सोनेलाल) से अनुप्रिया पटेल फिर से चुनावी मैदान में हैं. सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के रामचरित्र निषाद, अनुप्रिया को चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस ने यहां ललितेश पति त्रिपाठी पर दांव खेला है.
इसके अलावा सत्य बहुमत पार्टी, भारत प्रभात पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), सीपीआई(मार्क्सवादी-लेनिन)(लिबरेशन), राष्ट्रीय समाज पक्ष, भारतीय रिपब्लिकन पार्टी (इंसान) चुनावी दंगल को रोचक बनाने की कोशिश कर रही हैं.
अपडेट्स
मिर्जापुर में शाम 5 बजे तक 59.21 फीसदी वोट डाले गए.
मिर्जापुर में शाम 4 बजे तक 50.35 फीसदी वोटिंग हो चुका है. मतदान केंद्रों पर अभी भी मतदाताओं की कतार दिख रही है.
मिर्जापुर में 2 बजे तक 37.15 फीसदी मतदान हुआ है.
मिर्जापुर लोकसभा सीट पर दोपहर 12 बजे तक 25.32 प्रतिशत मतदान हुआ है.
उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर लोकसभा सीट पर 11 बजे तक 15.20 प्रतिशत मतदान हुआ है. यहां धीरे-धीरे मतदान रफ्तार पकड़ रही है.
10 मार्च को लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा होने के बाद देश, चुनावी माहौल में आ गया था. 22 अप्रैल को इस सीट के लिए नोटिफिकेशन निकला, 29 अप्रैल को नॉमिनेशन की अंतिम तारीख, 30 अप्रैल को स्क्रूटनी और 2 मई को नाम वापिसी की अंतिम तारीख थी. आज 19 मई को मतदान के लिए सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है.
मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के उन चंद चुनिंदा संसदीय सीटों में से एक है जिसकी अपनी ही राजनीतिक महत्ता है. यहां से अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया सिंह पटेल सांसद हैं, इस पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. यूपी के 75 जिलों में से एक मिर्जापुर उत्तर में संत रविदास नगर और वाराणसी से तो पूर्व में चंदौली से, दक्षिण में सोनभद्र सो और पश्चिमोत्तर में प्रयागराज से घिरा हुआ है. उत्तर प्रदेश के 80 संसदीय सीटों में मिर्जापुर की सीट संख्या 79 है.
मिर्जापुर शब्द 'मिर्जा' से लिया गया है जो फारसी शब्द 'ट्रिप कलचू' का अनुवाद है, जिसका अर्थ है शासक या अमीर का बच्चा. मिर्जापुर जिला मिर्जापुर डिविजन का एक हिस्सा है. एक समय सोनभद्र उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला था, लेकिन 1989 में विभाजन कर मिर्जापुर को नया जिला बना दिया गया. इस जिले में 4 तहसील हैं जो 12 ब्लॉक में बंटे हैं. मिर्जापुर जिले की आबादी करीब 25 लाख है जो यूपी का 33वां सबसे घनी आबादी वाला जिला है.
इस सीट का प्रोफाइल जानने के लिए क्लिक करें- मिर्जापुरः सपा-बसपा गठबंधन के बाद क्या अनुप्रिया पटेल का जलवा रहेगा कायम
सामाजिक ताना-बाना
2001 की जनगणना के मुताबिक मिर्जापुर की आबादी 24,96,970 लाख रही, जिसमें पुरुषों की संख्या की आबादी करीब 13.1 लाख (53%) और महिलाओं की आबादी 11.8 लाख ((47%)) थी. करीब 25 लाख की आबादी वाले इस लोकसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग की आबादी 18,15,709 लाख है, तो अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी 6,61,129 और अनुसूचित जनजाति की आबादी 20,132 है.
धर्म आधारित आबादी के आधार पर देखा जाए तो यहां पर हिंदूओं की आबादी सबसे ज्यादा है. उनकी संख्या 22 लाख से अधिक है, जबकि मुस्लिमों की संख्या 1 लाख 95 हजार है तो ईसाइयों की आबादी तेइस सौ से थोड़ी ज्यादा है.
इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं और इनमें से सिर्फ छानबे ही सुरक्षित सीट के रूप में दर्ज है. 403 सदस्यीय यूपी विधानसभा में छानबे विधानसभा क्षेत्र की सीट की संख्या 395 है और यह सुरक्षित सीट है. इस विधानसभा सीट पर अपना दल (सोनेलाल) का कब्जा बरकरार है. 2017 के विधानसभा चुनाव में अपना दल (सोनेलाल) के उम्मीदवार राहुल प्रकाश ने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार दानेश्वर को 63,468 मतों के अंतर से हराया था.
2014 का जनादेश
2014 का आम चुनाव बीजेपी ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लड़ा और उत्तर प्रदेश में उसका अपना दल के साथ गठबंधन था और इसी गठबंधन के तहत उसने मिर्जापुर की सीट अपना दल को सौंप दिया, और इस दल ने यहां से अपनी नेता अनुप्रिया सिंह पटेल को मैदान में उतारा.
अनुप्रिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के समुद्र बिंद को 2,19,079 मतों के अंतर से हरा दिया. मैदान में कुल 23 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. चुनाव में कांग्रेस तीसरे और सपा चौथे स्थान पर रही.
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