2019 के लोकसभा चुनावों के 7 चरणों में सोमवार को बीरभूम संसदीय सीट पर चौथे चरण का मतदान संपन्न हो गया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर 76.69 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि पूरे पश्चिम बंगाल में 81.58 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. इससे पहले शाम 5 बजे तक लगभग 77 फीसदी मतदान हुआ, जबकि पूरे प्रदेश में 76.47 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. पश्चिम बंगाल के बीरभूम को लाल मिट्टी और सर्पीली नदियों के लिए जाना जाता है.
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अपडेट्स...
-बीरभूम निर्वाचन सीट पर सोमवार दिन के 11 बजे तक 34.10 प्रतिशत वोटिंग हुई. पूरे प्रदेश में 11 बजे तक 35.10 फीसदी वोटिंग हुई. इस निर्वाचन क्षेत्र के कई इलाकों में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबर है.
#WATCH TMC women supporters protest in Nanoor of Birbhum district, after BJP opposed TMC supporters who insisted on polling despite absence of central forces at the polling booth. Police is trying to mediate between the two groups. #WestBengal #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/WhPWtwqeVG
— ANI (@ANI) April 29, 2019
-पूरे बंगाल में बंपर वोटिंग चल रही है. लोग गर्मी से बेपरवाह होकर घरों से मतदान के लिए निकले हैं. दिन के 1 बजे तक इस सीट पर 54.60 प्रतिशत वोटिंग हुई. पूरे प्रदेश में 1 बजे तक 52 प्रतिशत मतदान हुआ.
-शाम 3 बजे तक इस सीट पर 66.77 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई जबकि पूरे प्रदेश में 66.29 प्रतिशत मतदान हुआ.
बीरभूम संसदीय सीट पर इस बार जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं उनमें इमाम हुसैन (कांग्रेस), मोहम्मद रेजाउल करीम (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया), दुध कुमार मंडल (भारतीय जनता पार्टी), प्रबीर मुखोपाध्याय (बहुजन समाज पार्टी), शताब्दी रॉय (ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस), फारूक अहमद (राष्ट्रवादी जनता पार्टी), आएशा खातून (सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया), मोहम्मद फिरोज अली (भारतीय नेशनल जनता) और चितरंजन हंसदा (निर्दलीय ) का नाम शामिल है.
मतदान के दिन बीरभूम के एक पोलिंग सेंटर में बीजेपी उम्मीदवार दूध कुमार मंडल घुस गए. इस पर बीरभूम के जिलाधिकारी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
2014 का जनादेश
2014 में तृणमूल के शताब्दी रॉय को 460,568 वोट मिले यह कुल वोटिंग का 36.09 फीसदी थे लेकिन 2009 की अपेक्षा 11.72 फीसदी कम थे. दूसरे नंबर पर सीपीआई (M) के डॉक्टर मोहम्मद कमर इलाही रहे जिन्हें 393,305 वोट मिले जो कुल वोटिंग का 30.82 फीसदी थे. बीजेपी के जॉय बनर्जी को 235,753 वोट मिले जो कुल वोटिंग का 18.47 फीसदी थे, 2009 की अपेक्षा बीजेपी को 13.85 फीसदी ज्यादा वोट मिले थे. कांग्रेस का कभी इस सीट पर दबदबा रहता था लेकिन 2014 में कांग्रेस उम्मीदवार को सैय्यद सिराज जिम्मी को केवल 132084 वोट मिले. पश्चिम बंगाल में कुल 42 सीटें हैं जिसमें से 34 सीटें तृणमूल कांग्रेस जीतने में सफल रही. बीजेपी को 42 में से केवल 1 सीट मिल पाई थी.
2009 और 2014 के चुनाव में यहां से ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस को विजय मिली है. हालांकि 2009 की अपेक्षा बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है और सीपीएम का वोट प्रतिशत घटा है. 2019 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम और बीजेपी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं.
इस संसदीय क्षेत्र के अंर्तगत 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इसमें हनसन, सुरी, रामपुरहाट, नलहटी, डुबराजपुर, मुरारै और सैथिया हैं.
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सामाजिक ताना-बाना
बीरभूम संसदीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में आता है 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल आबादी 2247089 है. इसमें से 85.7 फीसदी ग्रामीण और 14.23 फीसदी शहरी है. यहां अनुसूचित जाति और जनजाति का रेश्यो 29.03 फीसदी और 6.11 फीसदी है. 2017 की मतदाता सूची के मुताबिक यहां मतादाताओं की कुल संख्या 1611374 है.
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