लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान भी खुद को बड़े ठसके से मौसम वैज्ञानिक बताते हैं. सियासी गलियारों में पासवान को राजनीति का मौसम वैज्ञानिक माना भी जाता है. पासवान का पाला देखकर आगामी सरकार का अंदाजा लगा लेने वालों की तादाद भी कम नहीं.
आज तक से खास बातचीत करते हुए पासवान ने कहा कि मुझे तो सभी मौसम वैज्ञानिक कहते हैं. हमने तीन साल पहले ही कह दिया था कि बिहार में नीतीश सरकार बनी रहेगी और 2019 में मोदी ही दोबारा सरकार बनाएंगे. एग्जिट पोल के नतीजे तो आ ही गए हैं, बस अब लोकसभा चुनाव के नतीजे भी आ जाएं.
एग्जिट पोल के आंकड़ों को वास्तविक बताते हुए उन्होंने साफ कहा कि एग्जिट पोल के आंकड़े तो ईवीएम से नहीं निकले हैं ना. यह तो जनता और वोटरों से बातचीत पर आधारित हैं. इन पर कैसे विश्वास न किया जाए.
उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में अगर कोई मुद्दा था तो सिर्फ मोदी का नाम और मोदी का काम. जनता एनडीए को प्रचंड बहुमत से जिता रही है. नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. नई सरकार में मंत्री बनने के सवाल पर पासवान ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है, लेकिन मेरी चाहत है कि पार्टी के कोटे से चिराग ही आगे बढ़ें. उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी के संसदीय दल का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद यह तय भी चिराग को ही करना है. वैसे हमें चुनाव नतीजे आने़ नई सरकार की तस्वीर साफ हो जाने का उत्सुकता के साथ इंतजार है.
ईवीएम पर सवाल उठाने वालों पर तंज करते हुए पासवान ने कहा कि चुनाव आयोग कोई सरकार का हिस्सा थोड़े ही है. वह तो स्वतंत्र है. सुप्रीम कोर्ट स्वतंत्र है. हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने वालों को तो बस बहाना चाहिए. यही बहाना विपक्ष को ईवीएम में मिल गया है.
नाम लिए बगैर एनडीए के अपने पूर्व साथी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग नतीजे आने के बाद सड़कों पर खून-खराबा होने की बात कह रहे हैं, उनको यही कहना है कि हमारे कार्यकर्ताओं ने चूड़ियां नहीं पहनी है. समाज विरोधी ताकतों को हम धूल चटा देंगे. आत्मविशवास से लबरेज पासवान ने कहा कि अब तो बस विकास और काम करने वालों की ही बात होगी.