scorecardresearch
 

9 साल बाद 3 मार्च को फिर चुनावी मंच पर साथ दिखेंगे नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार

Lok Sabha 2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 3 मार्च को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी शामिल होंगे. इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 3 फरवरी को गांधी मैदान में ही होने वाली जन आकांक्षा रैली के ठीक एक महीने के बाद जवाबी रैली के तौर पर देखा जा रहा है. एनडीए की होने वाली रैली में सबसे दिलचस्प बात यह होगी कि 9 साल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार किसी चुनावी सभा को एक साथ संबोधित करेंगे.

Advertisement
X
फिर से एक साथ चुनावी रैली करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार (फाइल, PTI)
फिर से एक साथ चुनावी रैली करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार (फाइल, PTI)

Advertisement

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 3 मार्च को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी शामिल होंगे. इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 3 फरवरी को गांधी मैदान में ही होने वाली जन आकांक्षा रैली के ठीक एक महीने के बाद जवाबी रैली के तौर पर देखा जा रहा है. एनडीए की होने वाली रैली में सबसे दिलचस्प बात यह होगी कि 9 साल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार किसी चुनावी सभा को एक साथ संबोधित करेंगे.

इससे पहले 2010 में पंजाब के लुधियाना में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) एनडीए के लिए साझा प्रचार किया था. नीतीश कुमार 1998 से एनडीए का हिस्सा रहे हैं और लगातार गठबंधन के लिए प्रचार-प्रसार करते रहे हैं. हालांकि, जून 2013 से लेकर जुलाई 2017 तक वह एनडीए का हिस्सा नहीं थे. गौरतलब है, जुलाई 2017 में एक बार फिर से प्रदेश में एनडीए की सरकार बनने के बाद और नीतीश कुमार की यह पहली साझा जनसभा होगी.

Advertisement

रैली को लेकर तैयारी शुरू

एनडीए की इस चुनावी सभा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि बिहार में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए एनडीए के घटक दलों के बीच में इस जनसभा को लेकर बातचीत चल रही है मगर कोई तिथि निर्धारित नहीं हुई है. हालांकि, जदयू के सूत्रों ने बताया कि 3 मार्च को जनसभा गांधी मैदान में होगी जिसको सफल बनाने को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

दूसरी तरफ राहुल गांधी की होने वाली रैली को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा कि 3 फरवरी को होने वाली रैली में महागठबंधन के अन्य नेताओं के शामिल होने का कार्यक्रम है जिसमें आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं. तारिक अनवर ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की यह पहली बिहार यात्रा होगी और इसको लेकर पूरे प्रदेश में तैयारी चल रही है.

सीटों के लेकर तकरार जारी

हालांकि, तारिक अनवर ने आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के तालमेल को लेकर फंसे विवाद पर यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि राहुल गांधी की रैली के बाद सीटों के तालमेल का मसला सुलझा लिया जाएगा. गौरतलब है, 2014 में आरजेडी और कांग्रेस में गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें आरजेडी 27 सीटों पर और कांग्रेस 12 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.

Advertisement

इसी फॉर्मूले के तहत इस बार भी कांग्रेस चाहती है कि वहां गठबंधन में उसे 12 सीट लड़ने के लिए दी जाए मगर सूत्र के मुताबिक आरजेडी 8 सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कई मौकों पर इस बात से कांग्रेस को अवगत करा दिया है कि महागठबंधन को सफल बनाने के लिए सभी दलों को सीटों की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना चाहिए.

उधर, तेजस्वी यादव के इस बात का भी उनके बड़े भाई और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने समर्थन किया कि बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हराने के लिए कांग्रेस का नेतृत्व महागठबंधन के लिए बेहद जरूरी है.

Advertisement
Advertisement