चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव तीन चरणों में- 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने रविवार को बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में लोकसभा निर्वाचन-2019 के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. इस निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. निर्वाचन आयोग की घोषणा के अनुसार राज्य में तीन चरणों में निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराए जाएंगे.
बताया गया है कि राज्य में प्रथम चरण में एक लोकसभा चुनाव नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में, दूसरे चरण में तीन लोकसभा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में तथा तीसरे चरण में सात लोकसभा क्षेत्रों रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जॉजगीर-चाम्पा, दुर्ग और सरगुजा में निर्वाचन होगा. छत्तीसगढ़ में कुल 11 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें से चार अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए तथा एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है.
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में पहले चरण के लिए 18 मार्च को, दूसरे चरण के लिए 19 मार्च को तथा तीसरे चरण के लिए 28 मार्च को निर्वाचन की अधिसूचना का प्रकाशन जारी होगा तथा इस दिनांक से ही प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए 25 मार्च, दूसरे चरण के लिए 26 मार्च, तथा तीसरे चरण के लिए चार अप्रैल नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि निर्धारित है. वहीं पहले चरण के 26 मार्च को, दूसरे चरण के लिए 27 मार्च को तथा तीसरे चरण के लिए पांच अप्रैल को नाम निर्देशन पत्रों में होंगे. जबकि पहले चरण के लिए 28 मार्च तक, दूसरे चरण के लिए 29 मार्च तक तथा तीसरे चरण के लिए आठ अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. अंत में लोकसभा निर्वाचन की मतगणना 23 मई को होगी.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि राज्य में कुल 1,89,16,285 मतदाता हैं, जिनमें से 94,77,113 पुरूष और 94,38,463 महिला मतदाता हैं. इनमें से तृतीय लिंग 709 हैं. राज्य में कुल 15,758 सेवा मतदाता पंजीकृत हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा निर्वाचन में कुल मतदाताओं की संख्या 1,76,64,520 थी. राज्य में में 18-19 वर्ष के 4,60,394 मतदाता हैं.
उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में यथा संभव दो संगवारी मतदान केन्द्र (महिला मतदान केन्द्र) स्थापित किए जाएंगे. सी-विजिल, सुविधा, समाधान, सुगम सभी मोबाइल ऐप आदर्श आचार संहिता होने पर क्रियाशील हो गए हैं.
उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 23,727 मतदान केन्द्र हैं. जिनमें 19,284 ग्रामीण क्षेत्र में तथा 4,443 शहरी क्षेत्र में हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 21,424 थी. राज्य के 23,727 मतदान केन्द्रों में से 5,625 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में रिटर्निंग ऑफिसर व सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति कर उन्हें प्रशिक्षित कर दिया गया है. तथा लोकसभा निर्वाचन के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल की व्यवस्था की जा रही है.
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण शासकीय खर्च में लगाए गए समस्त होर्डिंग और प्रचार सामग्री हटा दिए जाएंगे. आदर्श आचार संहिता लागू होते ही 24 घंटे के भीतर सभी शासकीय संपत्ति और शासकीय वेबसाइट से, 48 घंटे के अंदर सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि से तथा 72 घंटे के अंदर निजी भवनों से सभी प्रचार सामग्री को हटाया जाना है. वहीं शासकीय खर्च पर कोई भी विज्ञापन जारी नहीं किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 28-क के अधीन निर्वाचनों के संचालन के लिए नियोजित समस्त अधिकारी और कर्मचारी परिणाम घोषित होने तक निर्वाचन आयोग में प्रतिनियुक्ति पर समझे जाएंगे. तथा शासन के मंत्रियों से आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाएगा. इस संबंध में किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर उसे गंभीरता से लिया जाएगा.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आज से सभी जिलों में कंट्रोल रूम प्रारंभ कर दिया गया है, जोकि लोकसभा चुनाव की मतगणना तक लगातार काम करेगा.