लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं और बीजेपी गठबंधन को भारी बहुमत हासिल हुआ है. एनडीए गठबंधन को 348 सीटे मिलती दिख रही हैं. एग्जिट पोल के नतीजों के बाद इंडिया टुडे डाटा इंटेलिजेंस यूनिट ने पिछले 5 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर देश की 20 ट्रेंड सेटिंग सीटों की पहचान की थी. ये ऐसी सीटें हैं जिनपर चुनाव जीतनेवाली पार्टी या गठबंधन ने केंद्र में सरकार बनाई. इसलिए हमने इन सीटों को ट्रेंड सेटिंग सीट कहा.
अगर लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा देखें तो इन 20 ट्रेंड सेटिंग सीटों में 16 पर बीजेपी गठबंधन को जनादेश मिला है. यानी यह छठवां ऐसा लोकसभा चुनाव है जिसमें इन 20 में से 16 सीटों का पैटर्न पहले की ही तरह रहा. जबकि चार सीटों पर पिछले पांच साल का ट्रेंड टूट गया.
पिछले पांच चुनाव का अपना ट्रेंड तोड़ने वाली 4 सीटों में से 3 आंध्र प्रदेश से हैं. यहां की काकीनाड़ा, अमलापुरम और राजमुंदरी सीटों पर वाईएसआर कांग्रेस को जीत हासिल हुई है. लेकिन यहां गौर करने वाली बात है कि वाईएसआर कांग्रेस का यूपीए या एनडीए में से किसी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं था.
इनमें से चौथी तमिलनाडु की धरमपुरी सीट है जहां इस बार कांग्रेस की सहयोगी पार्टी डीएमके को जीत मिली है.
23 मई को शाम छह बजे तक चुनाव नतीजों के जो रुझान आ रहे थे, उनके मुताबिक, इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया का 93 फीसदी तक अनुमान सीट दर सीट सही था. 20 में से 19 ट्रेंड सेटिंगसीटों का पूर्वानुमान रुझानों में एकदम सही ठहरा, हालांकि, नतीजों में यह 16 सीटों पर ही सही ठहर सका.
उत्तर भारत की 8 सीटें
उत्तर भारतीय राज्यों में ऐसी आठ ट्रेंड सेटिंग सीटें हैं और उन सभी पर बीजेपी ने जीत हासिल की है और सभी जीत का अंतर करीब दो लाख या उससे ज्यादा है.
जम्मू कश्मीर की जम्मू सीट से बीजेपी के जुगल किशोर ने तीन लाख वोटों से बढ़त बनाई. वहीं हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी के राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के आश्रय शर्मा को हराया.
हरियाणा के फरीदाबाद सीट से बीजेपी के कृष्ण पाल 6 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीते हैं. उन्होंने कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना को हराया है. भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी धरमबीर सिंह और कुरुक्षेत्र सीट से बीजेपी के ही नायब सिंह ने जीत दर्ज की है.
दिल्ली की सभी सात सीटें भाजपा ने जीत ली हैं. इनमें से 3 ट्रेंड सेटिंग सीटों में शामिल हैं. नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस के अजय माकन को हरा दिया है. वे यहां से दोबारा सांसद बनी हैं.चांदनी चौक से डॉ. हर्षवर्धन ने जयप्रकाश अग्रवाल को हरा दिया है. वे भी यहां से दोबारा सांसद चुने गए हैं.
पूर्वी दिल्ली से आम आदमी की पार्टी की दिग्गज नेता आतिशी मार्लेना चुनाव में उतरी थीं, लेकिन यहां के मतदाताओं ने भी बीजेपी के प्रत्याशी और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर को अपना सांसद चुना.उन्होंने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को करीब चार लाख वोटों से हरा दिया.
पश्चिम की 4 सीटें
दिल्ली की तरह ही भाजपा ने गुजरात की भी सभी सीटें जीत ली हैं. यहां पर हमने तीन ट्रेंड सीटों की पहचान की थी. जाहिर है कि वे भी बीजेपी के ही खाते में गईं.
एसटी वर्ग के लिए आरक्षित वलसाड सीट ने 1977 से हमेशा उसी पार्टी का प्रत्याशी चुना है जो केंद्रीय सत्ता में रहा है. इस बार बीजेपी के केसी पटेल ने कांग्रेस के जीतू भाई चौधरी को हराया है. वहीं बनासकांठा सीट से बीजेपी के पार्थभाई पटेल ने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी अंतर से हरा दिया. जामनगर सीट भी इन्हीं ट्रेंड सेटिंग सीटों में से एक है जहां से बीजेपी की पूनमबेन ने कांग्रेस को हराया है.
मुंबई नॉर्थ से कांग्रेस ने फिल्म स्टार उर्मिला मातोंडकर को उतारा था, लेकिन इस सीट ने भी अपना ट्रेंड बरकरार रखते हुए बीजेपी के गोपाल शेट्टी को जिताया.
पूर्व की 3 सीटें
झारखंड में इस तरह की दो सीटें हैं और दोनों बीजेपी ने जीती हैं. पलामू से विष्णु दयाल राम ने जीत दर्ज की, तो वहीं त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी रांची सीट भी बीजेपी के ही खाते में आई. बिहार की सासाराम सीट पर बीजेपी के छेदी पासवान ने कांग्रेस नेता और पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को हरा दिया है.