कर्नाटक की चामराजनगर लोकसभा सीट राज्य की अहम सीट है क्योंकि यह जिला आबादी के मुताबिक सूबे का तीसरा सबसे बड़ा जिला है. इसी जिले में मैसूर के राजा चामराज वाड्यार का जन्म हुआ था और यही वजह है कि इस जगह का नाम राजा के नाम पर रख दिया गया. पहले इस शहर को श्री आरिकोट्टार के नाम से जाना जाता था. चामराजनगर लोकसभा सीट कर्नाटक के दक्षिण में स्थित है और यहां से फिलहाल कांग्रेस के आर. ध्रुवनारायण सांसद हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
चामराजनगर लोकसभा सीट साल 1962 में अस्तित्व में आई. इसके पहले यह सीट मैसूर स्टेट में आती थी लेकिन साल 1977 के बाद से इसे कर्नाटक में शामिल किया गया. इस सीट पर अब तक कुल 16 बार चुनाव हुए हैं जिनमें 12 बार कांग्रेस ने यहां से जीत दर्ज की है. इसके अलावा 2 बार जनता दल, एक-एक बार जेडीएस और जेडीयू के उम्मीदवार को इस सीट पर जीत मिली है. खास बात यह है कि अब तक बीजेपी इस सीट पर अपना खाता भी नहीं खोल पाई है.
सामाजिक तानाबाना
कर्नाटक की इस लोकसभा सीट के अंतर्गत करीब 20.41 लाख आबादी है जिनमें से करीब 15.55 लाख मतदाता भी शामिल हैं. साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर पुरुष वोटरों की संख्या 7.89 लाख जबकि महिला वोटरों की संख्या 7.66 लाख थी. लोकसभा सीट की 85 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाके में रहती है और इसके मुकाबले करीब 15 फीसदी जनता शहरी क्षेत्र में रहती है. जातिगत आबादी की बात करें तो इस सीट के अंतर्गत अनुसूचित जाति की आबादी 25 फीसदी है और अनुसूचित जनजाति की आबादी करीब 14 फीसदी है. इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें भी आती हैं.
2014 का जनादेश
पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से तत्कालीन सांसद और कांग्रेस के प्रत्याशी आर. ध्रुवनारायण ने दूसरी बार जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के ए.आर. कृष्णमूर्ति को करीब 1.41 लाख वोटों से हराया था. कांग्रेस को तब 5.67,782 वोट मिले थे जबकि बीजेपी प्रत्याशी के खाते में 4.26,600 वोट आए थे. इस चुनाव में 11,33,029 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां जनता दल सेक्युलर तीसरे नंबर की पार्टी थी जिसे 5.2 फीसदी वोट हासिल हुए थे इसके अलावा बसपा 3.1 फीसदी वोटों के साथ चौथे पायदान पर रही थी.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
चामराजनगर लोकसभा सीट से कांग्रेस के रंगास्वामी ध्रुवनारायण (57) लगातार दो बार से जीत दर्ज करते आ रहे हैं. छात्र नेता से सियासी सफर शुरू करने वाले ध्रुवनारायण ने 1984 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी. इसके बाद पहली बार 1992 में विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2004 में फिर से विधानसभा चुनाव लड़ा और एक वोट से जीतकर कर्नाटक विधानसभा पहुंचे. दो बार विधायक रहने के बाद साल 2009 में उन्होंने चामराजनगर से लोकसभा चुनाव जीता और फिर 2014 में भी यह सिलसिला बरकरार रखा.
ध्रुवनारायण के संसदीय प्रदर्शन की बात करें तो वह लोकसभा की कुल 331 बैठकों में से 277 बैठकों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं, यानी उनकी उपस्थिति लगभग 84 फीसदी रही. इसके अलावा उन्होंने लोकसभा की 112 चर्चाओं में हिस्सा लिया और 653 प्रश्न भी पूछे. लोकसभा में सांसद की ओर से 4 प्राइवेट मेंबर बिल भी लाए गए. उन्होंने अपनी सांसद निधि के कुल 25 करोड़ रुपये में से करीब 84 फीसदी राशि, मतलब 20.93 लाख रुपये क्षेत्र के विकास के लिए खर्च किए हैं.
साल 2014 के हलफनामे के मुताबिक सांसद के पास करीब 3.15 करोड़ की संपत्ति है और उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस नहीं है. इसके अलावा उनकी योग्यता एमएससी एग्रीकल्चर तक है और पेशे से वह एक कारोबारी हैं.