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शामली में मतदान के दौरान फायरिंग, बिना ID वोट डालने पहुंचे थे लोग

शामली के जिला अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ जवानों ने हवा में फायरिंग की, क्योंकि कुछ लोग बिना वोटर आई कार्ड के वोट डालने की कोशिश कर रहे थे. फिलहाल स्थिति काबू में है और वोटिंग जारी है.

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यह क्षेत्र कैराना लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है
यह क्षेत्र कैराना लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है

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कैराना लोकसभा क्षेत्र के शामली में गुरुवार पहले चरण की वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर फायरिंग हुई. बताया जा रहा है कि यहां कुछ लोग बिना वोटर आई कार्ड के वोट डालने के लिए आए थे जिन्हें वोट डालने से मना करने पर हंगामा हो गया. इसके बाद उन्हें वहां से हटाने के लिए सुरक्षाबलों ने हवाई फायरिंग की.

जिला अधिकारी ने कहा, 'बीएसएफ जावनों ने हवा में फायरिंग की, क्योंकि कुछ लोग बिना वोटर आई कार्ड के वोट डालने की कोशिश कर रहे थे. फिलहाल स्थिति काबू में है और वोटिंग जारी है.' इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है जिसमें साफ तौर पर बीएसएफ के जवान फायरिंग करते नजर आ रहे हैं.

बता दें कि यह क्षेत्र कैराना लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. जातीय समीकरण के लिहाज से इस सीट पर सबसे ज्यादा 5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं. जबकि करीब 4 लाख बैकवर्ड (जाट, गुर्जर, सैनी, कश्यप, प्रजापति और अन्य शामिल) वोटर्स हैं. यहां से भारतीय जनता पार्टी की तरफ से गंगोह से विधायक रहे प्रदीप चौधरी मैदान में हैं.

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वहीं, सपा -बसपा गठबंधन की तरफ से तबस्सुम बेगम प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने हरेन्द्र मलिक को अपने उम्मीदवार को तौर पर उतारा है. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हुकुम सिंह ने कैराना सीट से बाजी मारी थी. लेकिन उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में सपा के समर्थन से यह सीट आरएलडी जीतने में कामयाब रही थी.

आरएलडी के टिकट पर तबस्सुम हसन ने बीजेपी की उम्मीदवार मृगांका सिंह को 44618 वोटों से शिकस्त दी थी. अब बीजेपी ने गंगोह से विधायक प्रदीप चौधरी पर दांव लगाया है. प्रदीप चौधरी नकुड़ और गंगोह से तीन बार विधायक रह चुके हैं.

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