लोकसभा चुनाव के रुझान में एनडीए 300 से अधिक सीटें जीतती दिख रही है, जबकि यूपीए 100 सीटों पर सिमटती दिख रही है. रुझानों के बीच फिर ईवीएम विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने ईवीएम पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा अभी तो यह रुझान है लेकिन मैं अपने बयान पर कायम हूं.
राशिद अल्वी ने आरोप लगाया कि कहीं ना कहीं कोई ना कोई खिलवाड़ जरूर है. मैं चाहूंगा सारा विपक्ष इकट्ठा होकर इस पर विचार करे. यह संभव नहीं है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी 50-55 सीटें ले जाए और दूसरे प्रदेशों में इतने भारी बहुमत से जीते. हम भी यूपी में तमाम सीटों में घूमे हैं, लेकिन ऐसा मुझे कहीं नहीं लगा. अब अचानक मोदी की सुनामी आ गई है. यह बात हमारे गले से नीचे नहीं उतर रही है.
राहुल और प्रियंका गांधी की लीडरशिप पर राशिद अल्वी ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. भारतीय जनता पार्टी की एक जमाने में 2 सीटें आई थीं तो उस समय क्या उनकी लीडरशिप पर सवालिया निशान लगाया जाएगा. यही आडवाणी थे, जो बीजेपी को कहीं से कहीं ले गए और प्रियंका गांधी के बारे में मैं कहूंगा कि वह राजनीति में तब आई जब चुनाव शुरू हो गया. उनकी राजनीति पर कैसे सवाल लगाया जा सकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष का बचाव करत हुए राशिद अल्वी ने कहा कि राहुल गांधी ने 2009 में सरकार बनाई. 2004 में वह पहली बार राजनीति में आए. 2009 में कांग्रेस पार्टी ने 209 सीटें जीती थी फिर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जीत राहुल की लीडरशिप का नतीजा है. राशिद अल्वी ने तंज कसते हुए कहा कि जहां पर इवीएम बीच में आ जाए, वहां पर लीडरशिप फेल हो जाती है.
इससे पहले राशिद अल्वी ने कहा था कि अगर एग्जिट पोल जैसे रिजल्ट आते हैं तो हमारा मानना है कि पिछले दिनों तीन राज्यों के चुनाव में जहां-जहां कांग्रेस जीती है वह एक साजिश थी. तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के साथ ये भरोसा दिलाया गया कि EVM सही है. इससे उन्होंने यह भी साबित करने की कोशिश की कि चुनाव आयोग पर सरकार का कोई दखल नहीं है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद क्या बोले
वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि लोगों ने नरेंद्र मोदी के 5 साल के काम पर वोट दिया है. उन्होंने कांग्रेस के नकारात्मक प्रचार को नकार दिया है. आज का परिणाम अभूतपूर्व है. लोगों ने एनडीए में और बीजेपी में भरोसा जताया है. राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि नरेंद्र मोदी ही देश को बदलाव की तरफ ले जायेंगे. बीते 5 साल जो उन्होंने परफॉर्मेंस दिखाइ, उस पर जनादेश मिला है.
कर्नाटक लोकसभा चुनाव के लिए इलेक्शन मैनेजमेंट सह-संयोजक सांसद राजीव चंद्रशेखर से पूछा गया कि क्या लोकसभा के परिणामों का कर्नाटक पर असर पड़ेगा. इस पर उन्होंने कहा, ''कर्नाटक के लोगों ने दिखा दिया है कि राज्य की सरकार महामिलावट की सरकार है. जेडीएस कांग्रेस का अवसरवादी अलायंस उसको लोगों ने रिजेक्ट कर दिया है. भविष्य में लोग क्या चाहते हैं वह तो समय ही दिखाएगा. आज के समय में बीजेपी की मोदी की सरकार का पूरी तरीके से कर्नाटक के लोगों ने सपोर्ट किया है, यह हमारे लिए खुशी की बात है.''