लोकसभा चुनाव खत्म हो गए हैं, एग्जिट पोल भी आ चुके हैं और नतीजे आने में 24 घंटे से भी कम वक्त बचा है. तकरीबन सभी एग्जिट पोल में एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है और सभी ने ये भविष्यवाणी की है कि नरेंद्र मोदी दूसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं.
इंडिया टुडे डाटा इंटेलिजेंस यूनिट ने 20 ऐसी सीटों का विश्लेषण किया, जिस पर ऐसी पार्टियों का चुनाव किया गया, जिन्होंने पिछली 5 लोकसभा चुनावों के बाद सरकार बनाई, इसलिए हम ऐसी सीटों को ट्रेंड सेटिंग सीट कह रहे हैं. अगर मौजूदा एग्जिट पोल सही हुए तो इस बार चुनाव बाद किए गए सर्वे में 5 ऐसी सीटें हैं जो ट्रेंड सेट करने का तमगा खो सकती हैं.
दक्षिण भारत का प्रभाव
मजेदार बात है कि ये पांचों सीटें दक्षिण भारत की हैं जो इस बार ट्रेंड सेट करने से चूक रही हैं और सत्ता में आने वाली पार्टी का चुनाव नहीं कर रही हैं. इनमें तीन सीटें आंध्र प्रदेश से ( काकीनाड़ा, अमलापुरम और राजमुंदरी), एक तमिलनाडु ( धरमपुरी) और एक तेलंगाना (सिकंदराबाद) की सीट है.
2014 में आंध्र की तीनों सीटें चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने जीती थीं. तेलुगु देशम ने बीजेपी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया था, लेकिन मार्च 2018 में वो एनडीए से बाहर निकल गई. टीडीपी का आरोप था कि मोदी सरकार ने राज्य को विशेष दर्जा देने के लिए कुछ नहीं किया.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक काकीनाड़ा, अमलापुरम और राजमुंदरी से जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस जीत रही है. अगर एग्जिट पोल सही हुए तो जगन का किसी भी पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं है इसलिए इन सीटों पर से ट्रेंड सेटिंग का तमगा छिन सकता है. सिकंदराबाद की सीट पर फिलहाल बीजेपी के बंडारू दत्तात्रेय सांसद हैं और एग्जिट पोल के मुताबिक ये सीट टीआरएस को जा रही है.
के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस ने पिछले विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया था. पार्टी ने 119 विधानसभा सीटों में से 88 पर कब्जा जमाया था. टीआरएस ने 2014 में भी बीजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं किया था और इस बार भी वो अकेली लड़ रही है. एग्जिट पोल में ये सीट टीआरएस के खाते में जाती दिख रही है इसलिए इस सीट से भी ट्रेंड सेटिंग का तमगा हट सकता है..
आखिरी सीट तमिलनाडु की धरमपुरी है. हालांकि एग्जिट पोल में यहां डीएमके और बीजेपी की सहयोगी पीएमके के बीच कड़ी टक्कर का अनुमान जताया गया है. डीएमके ने यहां से 41 साल के डीएनवी सेंथिल कुमार एस को उम्मीदवार बनाया है जबकि उनका मुकाबला पीएमके के अबुमणि रामदौस से है.
15 ट्रेंड सेटिंग सीटों पर बीजेपी की जीत तय?
एग्जिट पोल डाटा के मुताबिक 20 ट्रेंड सेटिंग सीटों में से 15 सीटों पर बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों को जीतने में कोई खास परेशानी नहीं होने जा रही है. मिसाल के तौर पर गुजरात की वलसाड सीट पर 1977 से वही पार्टी जीत दर्ज करती रही है जिसकी सरकार बनी है. ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. हालांकि इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है लेकिन एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त लेते दिखाया गया है.
यहां मौजूदा बीजेपी सांसद के सी पटेल और कपराडा से 4 बार के कांग्रेस विधायक जीतू भाई चौधरी के बीच लड़ाई है. दूसरी ट्रेंड सेटिंग सीटों में उत्तर मुंबई का भी नाम है, जहां कांग्रेस के टिकट पर मशहूर अदाकारा उर्मिला मातोंडकर किस्मत आजमा रही हैं लेकिन एग्जिट पोल के मुताबिक उनकी हार तय है. वहीं पूर्वी दिल्ली की सीट पर आप की आतिशी चुनाव मैदान में हैं जो बीजेपी के स्टार प्रत्याशी गौतम गंभीर के खिलाफ चुनाव हार सकती हैं.
इसके अलावा एग्जिट पोल में बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, हिमाचल प्रदेश,जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र की तमाम ट्रेंड सेटिंग सीटों पर बीजेपी और उनके सहयोगियों की जीत पक्की दिख रही है. लेकिन आखिरी नतीजों का सबको इंतजार है.
चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर