आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना महिषासुर से करते हुए कहा कि देश में शांति के लिए बंगाल दुर्गा (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) को उन्हें हराना होगा. नायडू ने गुरूवार को यह बयान दिया जिस दिन उन्होंने महागठबंधन की भविष्य की योजनाओं पर खड़गपुर में बनर्जी के साथ बंद कमरे में बातचीत की थी.
नायडू के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री मानसिक रुग्णता के शिकार हैं और वह चुनाव हार जाने के डर से इस तरह के बयान दे रहे हैं. टीडीपी ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि नायडू ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की है. इस बार पश्चिम बंगाल की जमीन से उन्होंने मोदी की आलोचना की है. उन्होंने नरेंद्र मोदी को महिषासुर और ममता बनर्जी को बंगाल की दुर्गा कहा है.
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि उन्होंने (नायडू ने) कहा है कि बंगाल दुर्गा को देश में शांति और समृद्धि लाने के लिए दिल्ली में महिषासुर (मोदी) को हराना होगा. हिंदू पुराणों के अनुसार देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था.
राज्य में विपक्ष के नेता और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी पर निशाना साधते हुए टीडीपी ने नायडू के हवाले से कहा कि बीजेपी एक कथित आर्थिक अपराधी का समर्थन कर रही है.
ट्वीट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी और उनके साथ अमित शाह खुद को तानाशाह समझकर तथा राज्यों पर कब्जे के मकसद से आंध्र प्रदेश में एक कट्टर आर्थिक अपराधी का समर्थन कर रहे हैं.
नायडू पर पलटवार करते हुए बीजेपी की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कन्ना लक्ष्मीनारायण ने कहा कि राज्य की जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती. उन्होंने कहा कि नायडू क्या बोलते हैं उन्हें समझ नहीं है. नायडू ने मोदी के खिलाफ जितना नकारात्मक प्रचार किया है उतना किसी ने नहीं किया. वह चुनाव हार जाने के डर से इस तरह के बयान दे रहे हैं. वह मानसिक रुग्णता के शिकार हैं.
नायडू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि उन्होंने स्वतंत्र भारत में ऐसा असफल प्रधानमंत्री नहीं देखा है. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया कि बैंकिंग तंत्र से लोगों का विश्वास उठ गया है. जगह-जगह एटीएम बिजूका (खेतों में पक्षियों को डराने के लिए खड़े किए गए पुतले)की तरह खड़े हैं. नोटबंदी बड़ा घोटाला बन गया है. वे (सरकार) जीएसटी लागू करने में असफल रहे हैं. रुपये तेजी से फिसला है. मैंने पिछले 72 सालों के स्वतंत्र भारत में ऐसा असफल प्रधानमंत्री नहीं देखा.
इस दौरान उन्होंने रक्षा मंत्रालय से कथित तौर पर दस्तावेजों के गायब होने का भी जिक्र किया. नायडू ने ट्वीट किया, क्या भारत के इतिहास में रक्षा मंत्रालय से कभी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज गायब हुए हैं?
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पूरी नहीं होने पर टीडीपी एनडीए से अलग हो गया था और उसके बाद से नायडू लगातार बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए पर हमलावर रहे हैं.
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