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BJP की 18वीं लिस्ट में 24 प्रत्याशियों का ऐलान, कमलनाथ के बेटे के सामने होंगे नाथन शाह

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनाव के लिए 24 उम्मीवारों की 18वीं सूची जारी कर दी है. पार्टी ने हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान किया है. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा से नाथन शाह को टिकट दिया है.

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पीएम मोदी और अमित शाह (फाइल फोटो)
पीएम मोदी और अमित शाह (फाइल फोटो)

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनाव के लिए 24 उम्मीवारों की 18वीं सूची जारी कर दी है. पार्टी ने हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान किया है. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा से नाथन शाह को टिकट दिया है. नाथन शाह का मुकाबला मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ से होगा. वहीं उत्तर प्रदेश के फूलपुर से केसरी पटेल को टिकट मिला है.

पार्टी ने इसके अलावा ओडिशा में होने विधानसभा चुनाव के लिए 2 उम्मीदवार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की एक-एक विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी उम्मीदवारों की घोषणा की है. छिंदवाड़ा में विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी ने विवेक साहू को उम्मीदवार बनाया है. 

वहीं राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट से जयपुर राजघराने की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी सिंह को टिकट मिला है. बता दें कि राजसमंद सीट को लेकर बीजेपी में घमासान चल रहा था. गुलाब चंद कटारिया का गुट चाहता था कि अगर दीया कुमारी सिंह को जयपुर से टिकट नहीं मिलता है तो राजसमंद से चुनाव में उतारा जाए. वहां पर कटारिया अपने धुर विरोधी किरण महेश्वरी का टिकट काटना चाहते थे जबकि वसुंधरा राजे सिंधिया चाहती थीं कि वहां भी दीया कुमारी सिंह को टिकट नहीं मिले और किरण महेश्वरी को चुनाव में उतारा जाए.

दरअसल दीया कुमारी सिंह जयपुर से चुनाव लड़ना चाहती थीं. लेकिन समस्या यह थी कि बगल की जयपुर ग्रामीण सीट से भी राजपूत राज्यवर्धन सिंह हैं. ऐसे में 2-2 राजपूत उम्मीदवार जयपुर से खड़े नहीं हो सकते हैं.

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कमलनाथ का गढ़ है छिंदवाड़ा

छिंदवाड़ा को सीएम कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है. वह साल कमलनाथ 1980 से लेकर 1991 तक हुए 3 चुनावों में जीत हासिल कर चुके हैं. इसके बाद 1996 में हवाला कांड में नाम आने के कारण कांग्रेस ने कमलनाथ को टिकट न देकर उनकी पत्नी अलकानाथ को मैदान में उतारा. यह चुनाव अलकानाथ जीतने में कामयाब रहीं. इसके एक साल बाद 1997 में हुए चुनाव में कमलनाथ मैदान में उतरे, लेकिन हार गए. हालांकि, 1998 के चुनाव में कमलनाथ जीत हासिल किए. इसके बाद से लगातार 5 चुनाव वह जीतते आ रहे हैं.

2014 का चुनाव कमलनाथ करीब 1.16 लाख वोटों से जीते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया. अब वह छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से मैदान में होंगे. उनके सामने बीजेपी के विवेक साहू होंगे.

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