भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए देशभर में गठबंधन की कवायद जोरों पर हैं. राजधानी दिल्ली में भी काफी दिनों से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन होने की अटकलें हैं, लेकिन दोनों तरफ से कोई बड़ी कोशिश नहीं हुई. सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट के बाद एक बार फिर गठबंधन की उम्मीद जागी है, हालांकि अरविंद केजरीवाल ने भी इस पर पलटवार किया है.
मंगलवार सुबह अरविंद केजरीवाल ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में आम आदमी पार्टी के बड़े नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और गोपाल राय भी शामिल रहे, करीब 2 घंटे चली बैठक में गठबंधन को लेकर मंथन हुआ. गठबंधन को लेकर संजय सिंह ने कहा कि राहुल ने ट्वीट कर मंशा जाहिर की है, लेकिन ट्विटर पर ये बातें नहीं की जाती हैं.
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा है कि 'आप' ने कांग्रेस से बात करने के लिए संजय सिंह को अधिकृत किया है. राहुल जी भी कांग्रेस की तरफ से एक ऐसे व्यक्ति को अधिकृत करें जो “आप” के साथ बैठकर सभी 18 (दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़) सीटों पर भाजपा को हराने की रणनीति बना सके.
'आप' ने कांग्रेस से बात करने के लिए संजय सिंह को अधिकृत किया है. राहुल जी भी कांग्रेस की तरफ़ से एक ऐसे व्यक्ति को अधिकृत करें जो “आप” के साथ बैठकर सभी 18 (दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़) सीटों पर भाजपा को हराने की रणनीति बना सके।
— Manish Sisodia (@msisodia) April 16, 2019
ब्लेमगेम छोड़ गठबंधन करे AAP: चाको
दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने गठबंधन के मुद्दे पर कहा कि गोपाल राय, मनीष सिसोदिया की बात पर कौन विश्वास करेगा कि कांग्रेस बीजेपी को फायदा पहुंचा रही है, उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही है जो बीजेपी से लड़ रही है. चाको बोले कि आपस में ब्लेम गेम बंद करके जितना जल्दी हो सके, हमें गठबंधन करना चाहिए और सातों सीटों पर मिलकर लड़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं आम आदमी पार्टी बिना कुछ विलंब कांग्रेस के साथ गठबंधन करे. वह कहते हैं कि वह बीजेपी को हराना चाहते हैं ऐसे में उन्हें जल्दी सामने आना चाहिए.
अहमद पटेल ने भी साफ दिया संदेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने सोमवार को कहा उनकी पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ 4-3 फार्मूले के तालमेल वाले अपने रुख पर कायम है और अब फैसला आप को करना है.
पटेल ने ट्वीट कर कहा, ' हम स्पष्ट तौर पर कहना चाहते हैं. हमारी दिल्ली इकाई के विरोध के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली में आप के साथ तालमेल का फॉर्मूला निकालने के लिए स्थानीय नेताओं को मनाया. परंतु आप ने हरियाणा में भी सीटों की मांग पर जोर दिया."
उन्होंने कहा, 'हमारा रुख स्पष्ट है, अब गेंद उनके पाले में है.'
We wish to set the record straight
Despite opposition from our state unit, CP convinced them to work out a formula to collaborate with AAP in Delhi
But they insisted for seats in Haryana
Our proposition still stands, the ball is in their court
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) April 15, 2019
राहुल-केजरीवाल में हुई थी ट्विटर वॉर
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि उनकी पार्टी दिल्ली में आप के साथ गठबंधन करने को तैयार है, लेकिन अरविंद केजरीवाल फिर से यूटर्न ले रहे हैं.
An alliance between the Congress & AAP in Delhi would mean the rout of the BJP. The Congress is willing to give up 4 Delhi seats to the AAP to ensure this.
But, Mr Kejriwal has done yet another U turn!
Our doors are still open, but the clock is running out. #AbAAPkiBaari
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 15, 2019
राहुल गांधी के जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि कौन सा U-टर्न? अभी तो बातचीत चल रही थी. आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है, मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं.
आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहम है. दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बांट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं. दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होना है.
कौन सा U-टर्न?अभी तो बातचीत चल रही थी
आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है।मुझे दुःख है आप बयान बाज़ी कर रहे हैं
आज देश को मोदी-शाह के ख़तरे से बचाना अहं है।दुर्भाग्य कि आप UP और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बाँट कर मोदी जी की मदद कर रहे हैं https://t.co/9jnYXJFA0S
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 15, 2019
किस यू-टर्न की ओर है इशारा?
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशें की जा रही थीं. अरविंद केजरीवाल कई मौकों पर कह चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वह किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं. केजरीवाल और AAP की तरफ से पहले मोदी-शाह की जोड़ी को रोकने के लिए किसी भी हद तक जाने की बात कही जा रही थी, लेकिन बात सीटों पर अटक गई. कांग्रेस चाह रही है कि गठबंधन सिर्फ दिल्ली में हो, तो वहीं AAP इस बात पर अड़ गई है कि वह दिल्ली के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी साथ में चुनाव लड़ना चाहती है.
हरियाणा में गठबंधन करने में जुटी AAP
आम आदमी पार्टी (आप) ने हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का विकल्प दिया है.
सूत्रों ने बताया कि आप ने जेजेपी को गुरुग्राम या फरीदाबाद, अंबाला या करनाल और रोहतक या पानीपत में से एक-एक सीट चुनने का विकल्प दिया है. उन्होंने बताया कि प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कुछ दिन में की जाएगी. इस संबंध में दोनों पार्टियों के सदस्यों वाली कोर कमेटी फैसला करेगी.
आपको बता दें कि हरियाणा में दोनों पार्टियों ने शुक्रवार को राज्य की 10 सीटों पर साथ चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन की घोषणा की थी. जेजेपी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला की पार्टी है.
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