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लोकसभा के चुनावी समर का हुआ ऐलान, सबने गाया अपनी-अपनी जीत का राग

लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी जीत के दावे करने शुरू कर दिये हैं. नतीजे भले ही 24 मई को आएंगे लेकिन चुनाव के इस मौसम में तमाम पार्टियों जनता के लुभाने के लिए दावों में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती हैं.

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नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी
नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी

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लोकसभा चुनाव की तारीखों के साथ ही देशभर में आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाएंगे, इसके साथ ही 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव के साथ होने हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे. चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग और देशवासियों को बधाई दी. साथ ही फिर से मोदी सरकार की जीत का दावा भी किया.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'लोकतंत्र का त्योहार चुनाव आ गया है. मैं सभी भारतीयों से आग्रह करता हूं कि लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी सक्रिय हिस्सेदारी से इसे समृद्ध बनायें. मैं उम्मीद करता हूं कि इस चुनाव में ऐतिहासिक मतदान होगा. मैं खास तौर पर पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने का आग्रह करता हूं.’

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शाह ने किया दूसरी बार जीत का दावा

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने तारीखों के ऐलान पर ट्वीट करते हुए बीजेपी के लिए जनता का आशीर्वाद मांगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पहले कार्यकाल में जनकल्याण के लिए साहसिक फैसले लिए और वह दूसरे कार्यकाल में हर किसी को खुश और समृद्ध बनाने के लिए भारत की ऊंची छलांग सुनिश्चित करेगी.

कांग्रेस ने चुनाव कार्यक्रम का स्वागत करते हुए 2019 में यूपीए की जीत का दावा किया. पार्टी की ओर से ट्वीट किया गया, ‘बिगुल बजा है, अब जनता की बारी है, झूठ से लड़ने की पुरजोर तैयारी है, झूठों के इस शासन को हम देंगे मात, कमर कसी है हमने, अबकी जीत हमारी है. कांग्रेस ने इस ट्वीट के साथ ‘जीत होगी सच की’ हैशटैग का इस्तेमाल किया.

जनता और बेहतर की हकदार

बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'बीजेपी की निरंकुश और अहंकारी सरकार के कार्यकलापों से देश में हर तरफ व्यापक अशान्ति, असंतोष और आक्रोश ही फैला है. निश्चित ही देश की 130 करोड़ जनता इससे बहुत बेहतर की हकदार है. नई सरकार लोकतंत्र की प्रहरी, संविधान की रक्षक और सर्वसमाज की हितैषी होगी, तभी देश का सही तौर पर भला होगा.’

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सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने चुनाव की घोषणा के बाद बदलाव को लोकतंत्र का पहला नियम बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि इस चुनाव से आने वाले वक्त में देश और जनहित में बड़ा बदलाव होने वाला है.

क्या हुआ तेरा वादा...?

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव के साथ जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव न कराए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवादियों और अलगाववादियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग और गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर जम्मू कश्मीर के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया.

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद नरेंद्र मोदी सरकार को भारत के इतिहास की सबसे तानाशाह और संघीय ढांचा विरोधी हुकूमत बताते हुए कहा कि लोगों की मदद से इसे उखाड़ फेंकने का समय आ गया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आखिरकार हम जनता के पास, हमारे लोकतंत्र की असली ताकत के पास चीजें लौटी हैं.

नहीं आए अच्छे दिन

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने चुनाव की तारीखों पर कहा कि जवानों की शहादत बंद होनी चाहिए और आतंकवाद पर सख्त कदम उठाए जाने चाहिए. हार्दिक ने कहा कि अच्छे दिन का वादा पूरा नहीं हुआ है क्योंकि अगर ऐसा होता तो लाखों लोग सड़कों पर नहीं उतरते. साथ ही उन्होंने बताया कि 12 मार्च को वह कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं.

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असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव तारीखों की ऐलान के बाद कहा कि यूपी और बंगाल में 7 चरण में चुनाव कराना का फायदा सिर्फ बीजेपी को नहीं बल्कि उनके विरोधियों को भी होगा. उन्होंने कहा कि 23 मई को नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री हो जाएंगे क्योंकि गरीबों और युवाओं से जो वादे किए गए थे, वो आजतक पूरे नहीं हो पाए हैं.

मोदी को जिताने के लिए देश उतावला

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मोदीजी ने 5 साल में जो नामुमकिन था वो मुमकिन करके दिखाया है. उन्होंने दावा कि देश मोदीजी का अभिनंदन करने के लिए उतावला है और 23 मई के नतीजों में नरेंद्र मोदी को पिछली बार से भी ज्यादा बड़ा बहुमत मिलने वाला है. योगी ने कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करके दिखाया है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत ने दावा किया 23 मई को देश बदलवा देखेगा क्योंकि जनता ने अपना मन बना लिया है. आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि पीएम मोदी का सबसे बड़ा विरोध उनका 2014 वाला घोषणापत्र ही है और निश्चित रूप से वह इसी से चुनाव हार जाएंगे.

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