विशाखापट्टनम में रविवार को तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने एकसाथ चुनावी मंच साझा किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक मेगा रैली में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उनकी पार्टी तेलुगु देशम पार्टी के लिए प्रचार किया. इस दौरान तीन ही नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर जोरदार हमला बोला.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के बाद से अब तक कि सबसे भ्रष्ट सरकार चलाई और उन्होंने अमित शाह के साथ मिलकर पांच साल में देश को बर्बाद कर दिया. उन्होंने कहा कि मोदी-शाह की जोड़ी ने पांच साल में ही देश को धार्मिक आधार पर बांट दिया, ये काम पाकिस्तान 70 साल में नहीं कर सका.
केजरीवाल ने कहा कि हम आपसे चंद्रबाबू नायडू को दोबारा वोट देने की अपील करने यहां आए हैं. उन्होंने आधुनिक आंध्र प्रदेश की नींव रखी है. अगर उन्हें पांच साल और मिले तो वह इस प्रक्रिया को और तेज कर देंगे. वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी पश्चिम बंगाल में एक सीट भी नहीं जीत पाएंगे. बीजेपी इस बार कुल 125 सीटों से आगे नहीं बढ़ पाएगी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के कई सहयोगी संगठन हैं. मैं उनसे मिलकर कहूंगी कि अगर वह इस देश से प्यार करते हैं तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह को समर्थन न दें.
'आप चिंता न करें मोदी'
ममता बनर्जी ने इस दौरान विपक्षी दलों से नरेंद्र मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए छोटे-छोटे मतभेदों को दरकिनार कर हाथ मिलाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि देश में मोदी के कार्यकाल में सबसे ज्यादा आतंकवाद की घटनाएं हुई हैं. पीएम मोदी ने कहा था कि नोटबंदी से आतंकवाद खत्म होगा. हमको पीएम मोदी नहीं चाहिए. हमको दंगा नहीं चाहिए. कौन पीएम बनेगा आप इसकी चिंता मत करिए पीएम मोदी. हमें पता है क्या करना है, क्या नहीं.
वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने में क्या अड़चन है? देश के लोग और सभी प्रमुख राजनीतिक दल इसका समर्थन कर रहे हैं. मैं पीएम से पूछ रहा हूं, क्या आप यू-टर्न नहीं ले रहे हैं? यह साफ है कि जनता अब मोदी और बीजेपी के खिलाफ है.
ये रैली संयोग से उसी स्थान (विशाखापट्टनम के इंदिरा प्रियदर्शिनी नगर स्टेडियम) में थी, जब 2014 में चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए एक रैली का आयोजन किया था. पीएम मोदी और अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण ने भी पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए वोट मांगते हुए संयुक्त रैली को संबोधित किया था.
विपक्ष को साथ लाने में नायडू सबसे आगे
बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर नायडू पिछले साल मार्च में एनडीए से अलग हो गए थे. वह एनडीए को चुनौती देने के लिए लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों को साथ लाने की कोशिश में सबसे आगे रहे हैं. विपक्षी दलों ने पहले जनवरी और फरवरी में कोलकाता और नई दिल्ली में दो रैलियां कीं. उन दो रैलियों में विपक्षी दलों की बड़ी भागीदारी देखी गई जिसमें कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए थे.
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