रसगुल्ले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर ममता बनर्जी पर निशाना साधा. पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे. आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं. पीएम मोदी के इस बयान की टीएमसी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि दीदी ने घोषणा की है अब वो मुझे बंगाल की मिट्टी-पत्थरों से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं. वाह क्या सौभाग्य है मेरा. बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की चरण रज. महापुरुषों के पैरों की धूल, वो माटी जिन पर उनके पैर पड़े, वो माटी जिन्होंने देश को बनाने वाले ऐसे महान व्यक्तित्वों को बनाया, मुझे अब उस माटी का प्रसाद मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi in Serampore, West Bengal: Didi, on 23 May when the results will come, lotus will bloom everywhere and your MLAs will leave you. Even today, didi, 40 of your MLAs are in contact with me. pic.twitter.com/XaZQ4BORwO
— ANI (@ANI) April 29, 2019
ममता सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे. आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं. दीदी आपने विश्वासघात किया है, आज जो पश्चिम बंगाल में गुस्सा है वो आपके विश्वासघात का है और इस विश्वासघात की कीमत यहां का नौजवान लेकर रहेगा.
दीदी ने कहा है कि वो मुझे बंगाल की मिट्टी से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं।
बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, विवेकानंद जी, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की चरण रज। ये जब मुझे मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा। #IndiaVotesForNaMo pic.twitter.com/oO6U0XAPx9
— BJP (@BJP4India) April 29, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि मैं कुछ गंभीर बात बताना चाहता हूं और पूरे देश को बताना चाहता हूं. भारत की राजनीति में आज तक 4 प्रकार के दल और पॉलिटिकल कल्चर देखे गए हैं. पहला है नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमन पंथी और चौथा है- विकास पंथी. नामपंथी यानि जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपे, नेता में योग्यता हो न हो, उसे राजा-महाराजा मानकर उसका ही गुणगान करे.
उन्होंने कहा कि दूसरे हैं - वामपंथी यानि जो नकारी जा चुकी विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करे, भारतीयता का अपमान करे और 3 दशक तक बंगाल की जनता ने झेला है, वो है वामपंथी जो नक्सलवाद को दाना पानी दे रहे हैं. तीसरे हैं दाम-दमन पंथी यानि जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करे और लोगों को ही अपना गुलाम बनाने की कोशिश करे.
पीएम मोदी ने कहा कि चौथा राजनीतिक कल्चर है विकास पंथी है. इसका मतलब है देश का विकास, जन सामान्य का विकास. वो विकास पंथ जो भाजपा की संस्कृति है, जिसके लिए दल से बड़ा देश है. जिसके लिए देश का विकास, देश के लोगों का विकास ही सर्वोपरि है.
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