अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने इस्तीफा दे दिया है. गुरुवार को तेज प्रताप ने छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से इस्तीफा दिया. ट्विटर पर इसका ऐलान करते हुए तेज प्रताप ने लिखा, 'नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं, कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे.'
इससे पहले तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी के ऊपर दबाव बनाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे. दरअसल, तेजप्रताप शिवहर और जहानाबाद सीट से अपने समर्थक अंगेश कुमार और चंद्र प्रकाश को टिकट दिलवाना चाहते हैं और इसी को लेकर उन्होंने पार्टी के ऊपर दबाव बनाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था.
छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूँ।
नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं।
कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) March 28, 2019Advertisement
जानकारी के मुताबिक, तेज प्रताप यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंगेश सिंह और चंद्र प्रकाश की शिवहर और जहानाबाद से उम्मीदवारी की घोषणा करने वाले थे. मगर पर लालू के हस्तक्षेप के बाद तेज प्रताप के तेवर नरम पड़ गए और उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरजेडी शिवहर से रामा सिंह और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव को खड़ा करना चाहती है. इससे तेज प्रताप नाराज हैं. बीते दिनों उन्होंने कहा था कि पार्टी में युवाओं को मौका मिलना चाहिए. अब तेज प्रताप यादव के इस्तीफे के बाद सियासी गलियारे में चर्चा है कि वह अपनी नई पार्टी बना सकते हैं.
बता दें, महागठबंधन में राजद को 20 सीट, कांग्रेस को 9 सीट, रालोसपा-5 सीट और जीतन राम मांझी की हम पार्टी तीन सीट, मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी को भी तीन सीटें दी गई हैं.