उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी के एनडीए में शामिल होने पर यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि इनकी नैया डूबनी तय है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तंज कसा कि गोरखपुर में सांसद जी को मठाधीशी का जो झोला भर प्रसाद मिला है, क्या उसे वो पूरा गटक जाएंगे या किसी से बांटेंगे भी. ये भाजपा के लिए घाटे का सौदा है क्योंकि जनता ने सांसद को नहीं, उनके पीछे एकजुट महागठबंधन को जिताया था. चुनाव में इन मौसेरों की नैया डूबनी तय है.
‘विकास’ पूछ रहा है: गोरखपुर में सांसद जी को मठाधीशी का जो झोला भर प्रसाद मिला है, क्या उसे वो पूरा गटक जाएंगे या किसी से बाँटेंगे भी?
ये भाजपा का घाटे का सौदा है क्योंकि जनता ने सांसद को नहीं, उनके पीछे एकजुट महागठबंधन को जिताया था. चुनाव में इन मौसेराें की नैया डूबना तय है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 4, 2019
माना जा रहा है कि गोरखपुर सीट पर अब प्रवीण निषाद बीजेपी की ओर से उम्मीदवार होंगे. प्रवीण निषाद का यह फैसला अखिलेश यादव को रास नहीं आया.अखिलेश यादव का मानना है कि गोरखपुर की जनता ने सांसद को नहीं बल्कि महागठबंधन के उम्मीदवार को जिताया था. गोरखपुर सीट पर हुए उपचुनाव में प्रवीण निषाद सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते थे. गोरखपुर उपचुनाव में ही पहली बार सपा- बसपा साथ आए थे.
गुरुवार निषाद पार्टी ने सपा- बसपा गठबंधन को झटका देते हुए एनडीए में शामिल होने का फैसला कर लिया. इतना ही नहीं गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद बीजेपी में शामिल भी हो गए. इससे पहले गोरखपुर लोकसभा सीट पर सपा ने प्रवीण निषाद की जगह राम भुआल निषाद को उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि निषाद पार्टी महागठबंधन से अलग हो सकती है.
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