कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है. पार्टी ने इस घोषणा को जन आवाज नाम दिया गया है और इसकी टैगलाइन 'हम निभाएंगे' है. घोषणा पत्र में किसान, रोजगार, शिक्षा को लेकर कई वादें किए हैं. वहीं शिक्षा के क्षेत्र को लेकर भी 25 वादे किए हैं. इसमें कांग्रेस का वादा है कि अगर उनकी सरकार आती है तो जीडीपी का 6 फीसदी हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जाएगा. जानते हैं कांग्रेस ने शिक्षा को लेकर क्या क्या वादे किए हैं...
कांग्रेस का वादा नंबर 1. कांग्रेस का वादा है कि सरकार में आने के बाद स्कूली शिक्षा को संघ सूची की सातवीं अनुसूची के तहत राज्य सूची में स्थानांतरित किया जाएगा, जबकि संघ सूची में उच्च शिक्षा के विषय को बरकरार रखा जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 2. सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा बारहवीं तक की स्कूली शिक्षा अनिवार्य और मुफ्त होगी. शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 में इस संबंध में संशोधन किए जाएंगे. सरकारी स्कूलों में विभिन्न उद्देश्यों के नाम पर विशेष
शुल्क वसूलने की प्रथा को खत्म किया जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 03. कांग्रेस शिक्षा की गुणवत्ता और खराब शिक्षण परिणामों के संदर्भ में बेहद चिंतित हैं, जैसा कि शिक्षा की वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट (एएसईआर) में सामने आया है. कांग्रेस सीखने के परिणामों को सर्वोच्च महत्व देने का वादा करती है.
कांग्रेस का वादा नंबर 04. सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता, संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाने का वादा. शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों का विनियमन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् की जिम्मेदारी होगी और उनका वित्त पोषण विश्वविद्यालय
अनुदान आयोग या उसकी अनुवर्ती संस्था की जिम्मेदारी होगी. शिक्षकों की आवधिक और सतत शिक्षा के लिए एक योजना लागू की जाएगी और शिक्षकों को अनिवार्य रूप से योजना में हिस्सा लेना होगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 05. कांग्रेस ने 2023-24 तक समाप्त होने वाले 5 वर्षों में शिक्षा के लिए बजट आवंटन को दोगुना बढ़ाकर जीडीपी का 6 प्रतिशत करने का वादा किया. इसके लिए आगे की रूपरखा 2019-20 के आम बजट में सामने रखी जाएगी और विशिष्ट वार्षिक लक्ष्य तय किए जाएंगे.
कांग्रेस का वादा नंबर 06. कांग्रेस ने कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के हर स्कूल में पर्याप्त बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिये खर्च को बढ़ाने का वादा किया, जिसमें कक्षा, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, खेल का मैदान, शौचालय, पेयजल आदि शामिल होंगे. छात्रावास का निर्माण मांग के आधार पर किया जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 07. कांग्रेस ने मांग के आधार पर और राज्य सरकारों के सहयोग के साथ केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों की संख्या बढ़ाने का वादा करती है.
कांग्रेस का वादा नंबर 08. बच्चों का स्कूली पढ़ाई बीच में ही छोड़ना बेहद गंभीर चिंता का विषय है. कांग्रेस इस प्रवृत्ति को रोकने और यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि हर बच्चा 12वीं कक्षा तक की स्कूली शिक्षा पूरी करे.
कांग्रेस का वादा नंबर 09. शिक्षा की एक समान गुणवत्ता सुनिश्चित करने और सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए कांग्रेस सभी स्कूलों में प्रौद्योगिकी-सक्षम शिक्षण विधियों और प्रौद्योगिकी-संचालित, व्यक्तिगत और अनुकूली शिक्षण उपकरणों को लगाने का वादा.
कांग्रेस का वादा नंबर 10. बच्चों को रोजगार या स्वरोजगार के लिए तैयार करने के लिए कांग्रेस का वादा है कि 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक स्कूली शिक्षा के अनिवार्य घटक के रूप में व्यावसायिक प्रशिक्षण को शुरू किया जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 11. कांग्रेस विशेष जरुरत वाले बच्चों के लिये विशेष स्कूलों की स्थापना को बढ़ावा देगी.
कांग्रेस का वादा नंबर 12. भारत को और अधिक विश्वविद्यालयों की जरुरत है. कांग्रेस ने देश में ज्यादा सेज्यादा सरकारी विश्वविद्यालयों की स्थापना, खास तौर पर पिछड़े इलाकों में करने का वादा किया है.
कांग्रेस का वादा नंबर 13. कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को बहाल करने का वादा.
कांग्रेस का वादा नंबर 14. अलग-अलग संगठनों को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के विनियमन, ग्रेडिंग और फंडिंग सौंपे जाएंगे. जरूरत और योग्यता के आधार पर कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को उदारतापूर्वक अनुदान देने के लिये विश्वविद्यालय अनुदान आयोग या इसकी अनुवर्ती संस्था को पर्याप्त धन प्रदान किया जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 15. विश्वविद्यालयों की नियमित स्थापना में अतिथि, अस्थायी और अनुबंध शिक्षकों को शामिल करने के लिये उपयुक्त उपाय करने का वादा करते हैं, ताकि उन्हें वाजिब हक का फायदा मिल सके.
कांग्रेस का वादा नंबर 16. हम केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा के अन्य केंद्रीय संस्थानों की नियुक्तियों में 200-बिंदु रोस्टर प्रणाली को बहाल करने का वादा करते हैं.
कांग्रेस का वादा नंबर 17. कांग्रेस सुनिश्चित करेगी कि सेवारत शिक्षकों का प्रतिनिधित्व कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रबन्धक निकायों में किया जाए.
कांग्रेस का वादा नंबर 18. चिकित्सा, इंजीनियरिंग, वाणिज्य, प्रबंधन और विज्ञान जैसे विषयों में और अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना करने का वादा.
कांग्रेस का वादा नंबर 19. अगले 5 सालों में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) को 25.8 के मौजूदा स्तर से बढ़ाकर कम से कम 40 के स्तर तक लाने का वादा.
कांग्रेस का वादा नंबर 20. नीट (NEET) परीक्षा के नियमों में बदलाव.
कांग्रेस का वादा नंबर 21. जो विद्यार्थी स्थायी रूप से गांव में रहते है परिवार से पहली बार शिक्षण के लिए आये या लिंग विशेष के आधार पर कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करता है, को विशेष आपद अंक (Deprivation Points) देकर प्रोत्साहित किया जाए.
कांग्रेस का वादा नंबर 22. कॉलेज और विश्वविद्यालय शिक्षा को बहुविध तरीकों से वित्त पोषित किया जाना चाहिए. हम कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अनुदान के लिए निर्धारित राशि बढ़ाने का वादा करते हैं.
कांग्रेस का वादा नंबर 23. कांग्रेस ने छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की संख्या बढ़ाने का वादा किया है. गरीब पात्र छात्रों को सहायता देने के लिये प्रतिभा फंड बनाने हेतु कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 24. शिक्षा ऋण कार्यक्रम को पुनर्जीवित, पुनरचना करेंगे. एकल पोर्टल पर आवेदन प्राप्त, जांच और स्वीकृत किए जायेंगे और फिर आवेदक के निवास या अध्ययन स्थल के नजदीक प्रलेखन और निगरानी के लिये बैंक की शाखा को सौंपे जायेंगे. जब तक छात्र को नौकरी नहीं मिलती या स्वरोजगार के माध्यम से कमाई शुरु नहीं होती हैं, तब तक अध्ययन की अवधि के दौरान का कोई ब्याज नहीं लिया जायेगा. 31 मार्च, 2019 तक के पुरानेशिक्षा ऋणों पर बकाया ब्याज माफ कर दिया जायेगा.
कांग्रेस का वादा नंबर 25. कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों के अधिकारों और दायित्वों को संहिताबद्ध करने के लिये कांग्रेस छात्र अधिकार विधेयक पारित किया जाएगा.