लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की छोटे दलों के साथ गठजोड़ की कोशिशें लगातार जारी है. इसी कड़ी में गुरुवार को बीजेपी ने राजस्थान में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से गठजोड़ करने की घोषणा की. बीजेपी राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से नागौर की सीट आरएलपी के लिए छोड़ेगी. इस सीट पर विधायक बेनीवाल खुद चुनाव लड़ेंगे.
केंद्रीय मंत्री और पार्टी के चुनाव प्रदेश प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और बेनीवाल ने प्रेस कॉन्फेंस में इसकी घोषणा की. जावड़ेकर ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए यह गठजोड़ किया गया है जिसके तहत पार्टी राज्य की नागौर सीट आरएलपी को देगी. बदले में आरएलपी राजस्थान के साथ साथ पड़ोसी हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व दिल्ली जैसे राज्यों में भाजपा को समर्थन देगी और उसके प्रत्याशियों को जिताने में मदद करेगी.
एक सवाल के जवाब में बेनीवाल ने बताया कि नागौर सीट से वह खुद चुनाव लड़ेंगे. बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रहित, किसानों और युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी से हाथ मिलाया है ताकि नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाया जा सके. बीजेपी ने इस सीट से अभी अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की थी.
बीजेपी से बेनीवाल का पुराना नाता
हनुमान बेनीवाल का बीजेपी के साथ पुराना नाता है. एक वक्त बेनीवाल बीजेपी में ही हुआ करते थे. साल 2008 में वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2013 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की. राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव से पहले बेनीवाल ने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बनाई जिसने तीन सीटों पर जीत दर्ज की. बेनीवाल कुछ दिन पहले तक कांग्रेस तथा तीसरे मोर्चे के दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कह रहे थे.
ज्योति मिर्धा से बेनीवाल की सीधी लड़ाई
नागौर सीट की लड़ाई अब दिलचस्प हो गई है. कांग्रेस ने नागौर सीट से ज्योति मिर्धा को उम्मीदवार बनाया है. बेनीवाल के इस सीट पर आने के बाद दोनों के बीच सीधी लड़ाई होगी. कांग्रेस की ओर से अब तक कोशिश थी कि बेनीवाल को साथ लाने की लेकिन बात नहीं बनी.