लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों के हमले एक दूसरे पर तेज हो गए हैं. जुबानी जंग के साथ-साथ टि्विटर वार भी देखने को मिल रहा है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को भाजपा और कांग्रेस पर करारा हमला बोला. मायावती ने अपने एक ट्वीट में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को निशाने पर लिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, कि ''सत्ताधरी बीजेपी का कांग्रेस पार्टी पर आरोप कि उसका गरीबी हटाओ-2 का नारा चुनावी धोखा है यह सच है परन्तु क्या चुनावी धोखा व वादाखिलाफी का अधिकार केवल बीजेपी के पास ही है? गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि के हितों की उपेक्षा के मामले में दोनों ही पार्टियाँ एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं.
इससे पहले मायावती ने भाजपा सरकार पर नोटबंदी को लेकर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि इससे पहले गलत तरीके से थोपी गई नोटबंदी की आर्थिक इमरजेन्सी का प्रभाव भले ही धन्नासेठो पर न पड़ा हो किन्तु ग्रामीण भारत पर इसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ा. कामगार बेरोजगार होकर गांव वापस लौटने व मजदूरी करके गुजर-बसर करने पर मजबूर हैं.सत्ताधरी बीजेपी का कांग्रेस पार्टी पर आरोप कि उसका गरीबी हटाओ-2 का नारा चुनावी धोखा है यह सच है परन्तु क्या चुनावी धोखा व वादाखिलाफी का अधिकार केवल बीजेपी के पास ही है?
गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि के हितों की उपेक्षा के मामले में दोनों ही पार्टियाँ एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) March 27, 2019Advertisement
बता दें अभी हाल ही में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने न्यूनतम आय योजना 'न्याय' का ऐलान किया था. इस योजना से पांच करोड़ गरीब परिवारों में सालाना 72,000 करोड़ देने का वादा किया है. राहुल गांधी के इस चुनावी वादे पर सियासत गर्माने लगी हैं. कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जहां इसे मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं, वहीं बीजेपी इसे वोट के लिए कांग्रेस का झूठा वादा करार कर रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो देश के 5 करोड़ गरीब परिवारों को सरकार सालाना 72 हजार रुपये नगद देगी. 12 हजार रुपये महीने से कम आमदनी वाले करीब 25 करोड़ लोगों को इसका फायदा मिलेगा. राहुल गांधी के इस ऐलान को मोदी सरकार की ओर से किसानों को दी जा रही किसान सम्मान निधि के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. जिसके तहत मोदी सरकार की ओर से किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं.
चुनावी मौसम में न्याय योजना के बाद राहुल गांधी ने एक और वादे का मास्टरस्ट्रोक चला है. इस बार राहुल ने युवाओं को साधा है, राहुल ने राजस्थान के जयपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि युवा बिना किसी कागजी कार्रवाई के अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में अभी बिजनेस शुरू करने के लिए तमाम तरह की परमिशन की जरूरत होती है.