लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के क्रम में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के भवानीपटना पहुंचे. मोदी ने मंच से जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं, राज्य की नवीन पटनायक सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने पटनायक सरकार पर केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर लागू करने का भी आरोप लगाया. मोदी ने पटनायक सरकार पर केंद्र का सहयोग न करने का भी आरोप मढ़ा.
मोदी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा,"ओडिशा सरकार ने हमारे साथ सहयोग नहीं किया. उसकी उदासीनता के बावजूद हमने राज्य में विकास योजनाएं शुरू करने में अपना पूरा प्रयास किया."
यूपी-त्रिपुरा जैसे नतीजे दोहराने की अपील
मोदी ने अपने चौकीदार होने पर फिर गर्व जताया और कहा कि इस चौकीदार ने केन्द्र की योजनाओं का सहारा लेकर उड़िया लोगों का कल्याण सुनिश्चित किया. अगर 2014 में यहां बीजेपी की सरकार बनती तो राज्य के सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास होता. मोदी ने ओडिशा के लोगों से मतदान के लिए प्रेरित करते हुए 2017 में उत्तर प्रदेश और 2018 में त्रिपुरा की तरह इतिहास दोहराने की अपील की.
मोदी ने रैली में अपने विकास कार्य भी गिनाए. उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में हमने एक करोड़ 40 लाख लोगों के बैंक खाते खोले, 50 लाख मकानों में शौचालय बनवाए, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की. एनडीए सरकार ने आठ लाख परिवारों के लिए पक्के मकान बनवाए, 24 लाख घरों में बिजली के कनेक्शन मुहैया कराए, 40 लाख माताओं और बहनों को गैस कनेक्शन दिए और पिछले पांच वर्षों में बिना एक भी छुट्टी लिए चौकीदार ने देश में बदलाव लाने के लिए कड़ी मेहनत से काम किया.
कांग्रेस को बनाया निशाना
मोदी ने रैली में कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा और कहा कि इस पुरानी पार्टी ने गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित रखकर वर्षों तक ओडिशा के लोगों को धोखा दिया. मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में बिचौलियों को बड़े पैमाने पर फायदा हुआ. इस धोखे के कारण लोगों को अपने परिवारों को छोड़कर दूसरे राज्यों में विस्थापित होना पड़ा.
उपलब्धियों का श्रेय देश के लोगों को दिया
मोदी ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय देश के लोगों को दिया और कहा इस बदलाव का श्रेय देश के लोगों को जाता है जिन्होंने भाजपा को सत्तासीन करने के लिए वोट दिया. उन्होंने कहा- "यह आपका वोट था ना कि मोदी का, जो देश में सकारात्मक बदलाव लाया, गरीबों के जीवन में रोशनी लाया और जिसने उनकी जिंदगियों को उम्मीदों से भरा."
बता दें कि ओडिशा में विधानसभा चुनाव चार चरणों में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे. मतगणना 23 मई को होगी.