लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. सभी पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं. कई छोटे दल एक साथ आकर अपनी ताकत को बढ़ावा देने की कोशिश में हैं. देश में हर तरफ बस यही सवाल है कि इस बार किसकी सरकार. बीजेपी जहां एक बार फिर मोदी के सहारे जीत की आस लगा रही है तो कांग्रेस अपने अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती है. इन तमाम उम्मीदों और सियासी शोर के बीच आजतक ने कार्वी इनसाइट्स के साथ अपने सर्वे में देश का मिजाज जानने की कोशिश की.
सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई अगर यूपीए और एनडीए में और पार्टियां शामिल होती हैं तो इसका नतीजा क्या होगा. पीडीपी, टीएमसी, बसपा और सपा अगर यूपीए में शामिल हो जाती हैं और AIADMK, YSRCP, टीआरएस और बीजेडी जैसी पार्टियां एनडीए में शामिल हो जाती हैं तो दोनों ही गठबंधन का वोट शेयर बराबर रहेगा. सर्वे के नतीजे के मुताबिक एनडीए और यूपीए का वोट शेयर 44-44 फीसदी रहेगा. वहीं अन्य का वोट शेयर 12 फीसदी रहेगा.
सीटों की संख्या की बात जाए तो एनडीए का कुनबा बढ़ने से भी उसको कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है. एनडीए को 2014 के मुकाबले 79 सीटों का नुकसान होते दिख रहा है. उसको 257 सीटें मिलने का अनुमान है. यूपीए की 2014 के मुकाबले स्थिति बेहद मजबूत दिख रही है. उसको बंपर फायदा होता दिख रहा है. यूपीए के खाते में 272 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं अन्य के खाते में 14 सीटें जा सकती हैं.
बता दें कि यहां एनडीए में जो दल शामिल हैं उनमें भारतीय जनता पार्टी( बीजेपी), ऑल इंडिया एन रंगास्वामी कांग्रेस, अपना दल, बोडो पीपुल्स फ्रंट, डीएमडीए, जद(यू), एलजेपी, नागा पीपुल्स फ्रंट, पीएमके, नेशनल पीपुल्स पार्टी, आरपीआई(ए), शिरोमणि अकाली दल, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट,शिवसेना हैं.
वहीं यूपीए में कांग्रेस के अलावा डीएमके, जेडीएस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, जेएमएम, केरल कांग्रेस (मणि), आईयूएमएल, एनसीपी, आरजेडी,आरएलडी, टीडीपी शामिल हैं. अन्य दलों में आम आदमी पार्टी, असम गण परिषद, अन्नाद्रमुक, फॉरवर्ड ब्लॉक, तृणमूल कांग्रेस, एआईयूडीएफ, बीजू जनता दल,सीपीआई, सीपीआई-एम, इंडियन नेशनल लोकदल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, केरल कांग्रेस(जोसेफ), महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, एनएलपी,आरएसपी, टीआरएस, वायएसआर कांग्रेस, इंडिपेंडेंट्स, एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन शामिल है.