अगले कुछ महीनों में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं. इसकी वजह से सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं. राजनीतिक पार्टियां विभिन्न राज्यों में अपना वोट आधार बढ़ाने के लिए सक्रिय हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पश्चिम बंगाल में अपने बढ़ते जनाधार को लेकर उत्साहित है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मालदा में रैली की और ममता सरकार पर जमकर बरसे. इसी बीच, बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने दावा किया है कि यदि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) लोकसभा चुनावों में 20 से ज्यादा सीट जीतती है तो वह राजनीति से दूर चले जाएंगे.
मुकुल रॉय ने मंगलवार को कहा, 'मैं ममता बनर्जी को चुनौती देता हूं. यह लड़ाई के लिए शंखनाद है. तृणमूल कांग्रेस हार रही है. हमें परिवर्तन करने की जरूरत है. अभिषेक बनर्जी निदेशक हैं और बुआ जी (ममता) उस कंपनी की महानिदेशक हैं जिसे तृणमूल कांग्रेस कहा जाता है.' उन्होंने मालदा में आयोजित बीजेपी की रैली को मिनी ब्रिगेड करार दिया जो ममता के खिलाफ मैदान में उतरा है. बता दें कि कुछ साल पहले ही मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. मुकुल रॉय ममता बनर्जी के करीबी माने जाते थे.
गौरतलब है कि बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह आज से अपने मिशन बंगाल की शुरुआत कर रहे हैं. वह दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंच हैं. 22 जनवरी को मालदा के बाद अमित शाह 23 जनवरी को झरगाम में रहेंगे. वह पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. लोकसभा चुनाव के तहत बीजेपी इस बार पूर्वोत्तर भारत पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इसके तहत ही पश्चिम बंगाल पर बीजेपी की नजर है. बीजेपी ने बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों में से 22+ सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
इससे पहले बीजेपी पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा निकालना चाहती थी, मगर सुप्रीम कोर्ट से उसे इजाजत नहीं मिल पाई थी. इसके बाद बीजेपी ने यहां कई रैलियां करने की योजना बनाई है. हालांकि, इस पर भी विवाद हो गया जब राज्य की ममता बनर्जी सरकार की ओर से अमित शाह के हेलिकॉप्टर को मालदा में उतारने की इजाजत नहीं दी गई.
बीजेपी की सियासी रणनीति
बता दें कि अमित शाह आज जिस मालदा जिले में रैली कर रहे हैं वहां 2016 के विधानसभा चुनाव में 12 सीटों में से ममता बनर्जी की पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी. मालदा की 12 सीटों में से 9 सीटें कांग्रेस, 2 सीटें माकपा और एक सीट बीजेपी ने जीती थी. प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव बंगाल की रैली में बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस भेजने की बात कही थी. अब एनआरसी बिल आने के बाद असम के साथ-साथ बंगाल में भी अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा उठने लगा है. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहे हैं.