17वीं लोकसभा चुनाव के तहत महाराष्ट्र की नंदूरबार लोकसभा सीट पर गुरुवार को हुई मतगणना के नतीजे आ गए हैं. जिनके अनुसार नंदूरबार संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हिना गावित ने जीत दोहराई है. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार केसी पाडवी को करारी शिकस्त दी है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार हिना गावित ने कांग्रेस के केसी पाडवी को 95 हजार 629 वोटों के अंतर से हराया.
कब और कितनी हुई वोटिंग
इस सीट पर चौथे चरण के तहत 29 अप्रैल को वोड डाले गए. चुनाव आयोग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, नंदूरबार लोकसभा सीट पर 68.99 फीसदी मतदान हुआ.
कौन-कौन हैं प्रमुख उम्मीदवार
नंदुरबार सुरक्षित सीट पर कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस ने यहां से केसी पाडवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने हीना गावित को मैदान में उतारा है. बसपा की ओर से रेखा देसाई चुनाव लड़ रही हैं.
2014 का चुनाव
2014 में इस सीट से बीजेपी की टिकट से जीत दर्ज करके सबसे युवा महिला सांसद हीना गावित पहली बार लोकसभा में पहुंची थीं. उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और 9 बार लगातार लोकसभा चुनाव जीतने वाले माणिक राव गावित को हराया था. 2014 में 65.52 फीसदी वोटिंग हुई थी, जबकि इससे पहले 2009 के चुनाव में यहां कुल 52.65 फीसद वोट पड़े थे.
सामाजिक ताना-बाना
नंदुरबार की पहचान महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल इलाके के रूप में होती रही है. यहां की जनसंख्या 16,48,295 से अधिक है. वैसे तो अब तक के चुनाव में आदिवासी समाज का ही बोलबाला रहा है. लेकिन मराठा समुदाय भी यहां निर्णायक होते हैं. नंदुरबार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें अक्कलकुवा, शाहदा, नंदुरबार, नवापुर, साकरी और शिरपुर विधानसभ सीट आती है. इन 6 विधानसभा सीटों में से चार अक्कलकुवा, नवापुर, साकरी और शिरपुर में कांग्रेस का कब्ज़ा है. जबकि शाहदा और नंदुरबार में बीजेपी के विधायक हैं.
सीट का इतिहास
वैसे तो नंदुरबार लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है, लेकिन 2014 में इस पर बीजेपी ने फतह हासिल की थी. इस सीट के इतिहास पर नजर डालें तो इस सीट से 1957 और 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के लक्ष्मण वेदू वल्वी की जीत हुई थी.
फिर 1967 से लेकर 2009 तक यानी 42 साल तक लगातार 13 संसदीय चुनावों में कांग्रेस ही जीतकर आई. 2009 में कांग्रेस के माणिकराव होडल्या गावित चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. लेकिन 2014 में बीजेपी ने यहां बाजी पलट दी और हीना गावित लोकसभा पहुंचीं.
हिना गावित ने एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान चुनाव लड़ा था. वो महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विजयकुमार गावित की बेटी हैं, जो एनसीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.
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