प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली अपार सफलता के बाद अपने ट्विटर हैंडल से चौकीदार शब्द हटा लिया है. इससे पहले कांग्रेस के 'चौकीदार चोर है' के नारे के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी समेत कैबिनेट के तमाम मंत्रियों ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे 'चौकीदार' लगा लिया था.
कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी इस चुनाव में लगातार 'चौकीदार चोर है' का नारा दे रही थी, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 मार्च को अपने ट्विटर हैंडल पर नाम के आगे चौकीदार जोड़ लिया था, जिसे प्रधानमंत्री ने आज हटा दिया है. प्रधानमंत्री मोदी अपनी चुनावी सभाओं में खुद को देश का चौकीदार बताते आए हैं और देश की सुरक्षा से लेकर भ्रष्टाचार, आतंकवाद से देश को बचाने के लिए चौकीदारी करने की बात करते आए हैं.
The people of India became Chowkidars and rendered great service to the nation. Chowkidar has become a powerful symbol to safeguard India from the evils of casteism, communalism, corruption and cronyism.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2019
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'देशवासियों ने चौकीदार बनकर राष्ट्र की सेवा की. चौकीदार भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता, जातिवाद की बुराई के खिलाफ भारत के रक्षकों का मजबूत प्रतीक बन चुका है. प्रधानमंत्री ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि अब वक्त आ गया है कि इस भावना को नए स्तर पर लेकर जाया जाए. उन्होंने कहा कि भारत के विकास के लिए सतत प्रयास की जरूरत है.
पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा कि चौकीदार शब्द मेरे ट्विटर से हट रहा है लेकिन यह मेरे भीतर बसा हुआ है. उन्होंने सभी लोगों से भी ऐसा ही करने की अपील की है. पीएम मोदी के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम बड़े नेता भी ट्विटर पर अपने नाम के आगे से 'चौकीदार' हटा चुके हैं.
Now, the time has come to take the Chowkidar Spirit to the next level.
Keep this spirit alive at every moment and continue working for India’s progress.
The word ‘Chowkidar’ goes from my Twitter name but it remains an integral part of me. Urging you all to do the same too!
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2019
प्रधानमंत्री मोदी के नाम में चौकीदार जुड़ने के बाद बीजेपी की ओर से 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन चलाया गया था, जिसके तहत बीजेपी के लाखों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने ट्विटर पर नाम के आगे चौकीदार लगाया था. यही नहीं चुनाव के दौरान बाकायदा इस स्लोगन के साथ टी-शर्ट और टोपी भी कार्यकर्ताओं ने पहनी थी.