नरेंद्र सिंह तोमर ने मोदी सरकार पार्ट-2 में एक बार फिर कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नरेंद्र सिंह तोमर के पास ग्रामीण विकास और कोयला मंत्रालय था. मध्य प्रदेश की मुरैना लोकसभा सीट बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर ने जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के रामनिवास रावत को हराया था. नरेंद्र सिंह तोमर ने 113341 वोटों से जीत हासिल की थी. इस सीट पर बीजेपी की लगातार सातवीं जीत है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत साल 1991 में जीत मिली थी.
कब और कितनी हुई वोटिंग
इस सीट पर छठे चरण में 12 मई को वोटिंग हुई थी, जिसमें क्षेत्र के कुल 1828660 वोटरों में से 61.97 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
2014 का जनादेश
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अनूप मिश्रा ने बसपा के वृन्दावन सिंह सिकरवार को हराया था. इस चुनाव में अनूप मिश्रा को 3 लाख 75 हजार 567 (43.96 फीसदी) वोट मिले थे, तो वहीं वृन्दावन सिंह सिकरवार को 2 लाख 42 हजार 586 (28.4 फीसदी) वोट मिले थे. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 1 लाख 32 हजार 981 वोटों का था.
बता दें कि वृन्दावन सिंह सिकरवार पहले कांग्रेस में थे. चुनाव से पहले उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया. वहीं कांग्रेस के डॉ.गोविंद इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे. उनको 1 लाख 84 हजार 253 (21.57 फीसदी) वोट मिले थे. मुरैना में 19.97 फीसदी अनुसूचित जाति और 6.73 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैं.
चुनाव आयोग के 2014 के आंकड़े के मुताबिक, साल 2014 में यहां पर कुल 1702492 मतदाता थे. इस क्षेत्र में दलित और ठाकुर जाति के मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. ब्राह्मण मतदाता भी यहां पर चुनाव में किसी भी उम्मीदवार की जीत में अहम भूमिका निभाते हैं.
विधानसभा की 8 सीटें
मुरैना संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं. इनमें माधवपुर, विजयपुर, सबलगढ़, जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह विधानसभा सीटें शामिल हैं. यहां की 8 विधानसभा सीटों में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा है, जबकि बीजेपी के पास एक सीट है.