बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष व ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बन रहे महागठबंधन को बड़ा झटका दिया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी विपक्षी दलों के महागठबंधन का हिस्सा नहीं होगी. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर रखेगी.
पटनायक ने कहा, 'जहां तक महागठबंधन की बात है, बीजद इसका हिस्सा नहीं है. हम भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखने की हमारी नीति पर कायम हैं.' मुख्यमंत्री ने मंगलवार को नई दिल्ली में एक किसान सम्मेलन में कहा था कि पार्टी बाद में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल होने पर फैसला करेगी.
उन्होंने कृषि एवं पंचायती राज मंत्री प्रदीप महारथी के इस्तीफे के बाद मंत्रालय में किसी तरह के फेरबदल से इनकार किया. प्रदीप ने पीपली विधानसभा क्षेत्र में हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले में दो आरोपियों को बरी किए जाने के बाद विवादित बयान दिया था, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
बीजद ने अब तक भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ संबंधों में संतुलन बनाए रखा था. लेकिन पहले एनडीए में रह चुकी है. इसके अलावा मोदी सरकार के कई अहम मौके पर समर्थन भी दिया है. जिसके कारण यह कयास लगाए जा रहे थे कि वो किसी का भी दामन थाम सकती है.
बीते दिसंबर में साल 2019 के आम चुनावों के मद्देनजर गैर कांग्रेस-गैर बीजेपी गठबंधन बनाने की संभावना तलाशते तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने ओडीशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि नवीन पटनायक भी राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव के इच्छुक हैं और दोनों की मुलाकात सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी है. हालांकि, पटनायक द्वारा लिए गए फैसले के बाद उनके महागठबंधन में शामिल होने की कयासों पर विराम लग गया है.