लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में बीजेपी जदयू और लोजपा के बीच जिलों का बंटवारा हो गया है. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को नवादा से टिकट नहीं मिला है क्योंकि नवादा की सीट लोजपा के पास चली गई है. इससे गिरिराज सिंह नाराज हैं लेकिन जाहिर नहीं होने देना चाहते. उन्होंने कहा कि उनकी सीट क्यों काटी गई इसके बारे में बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय से पूछिए. गिरिराज ने कहा नित्यानंद कहते थे कि दादा जो आप कहेंगे वही होगा. वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नेता चिराग पासवान ने कहा है कि वह इस बारे में गिरिराज से बात करेंगे. माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें बेगूसराय से चुनाव लड़ाना चाहता है.
2014 में गिरिराज सिंह बेगूसराय से चुनाव लड़ना चाहते थे तब उन्हें नवादा भेज दिया गया. गिरिराज सिंह ने कहा कि नवादा सीट लोजपा को देने से पहले उनसे किसी तरह की राय नहीं ली गई. लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व जो भी कहेगा वो करूंगा क्योंकि कार्यकर्ता हूं, कार्यकर्ता था और रहूंगा. गिरिराज सिंह ने प्रियंका गांधी की बोट यात्रा को नौटंकी और कांग्रेस को बहुरूपिया करार दिया.
प्रियंका गांधी की बोट यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि ''कांग्रेस वोटोक्रेसी की राजनीति करती आ रही है. जब से बीजेपी को सत्ता मिली है देश ने देख लिया है कि जमाना वोटोक्रेसी का नहीं, काम का है. गिरिराज ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी जी ने क्या नहीं किया. वोटोक्रेसी के लिए त्रिपुंड धारण किया जनेऊ धारण किया, मन्दिर-मंदिर गए, अपने को शिव भक्त कहा, कौल ब्राह्मण बने और केरल में जाकर बछड़े कटवा दिए. कर्नाटक चुनाव में कैसे हिंदुओं को बांट गया. तो देश ने देख लिया है बहरूपिये का चेहरा, कांग्रेस बहरूपिये का चेहरा है.''
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की औकात इतनी बची है कि मायावती और अखिलेश ने भी निकाल दिया. वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने काम के बल पर देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री दिया. आज देश को मजबूर प्रधानमंत्री नहीं बल्कि मजबूत प्रधानमंत्री चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि ''26/11 के ब्लास्ट में 250 लोग मारे गए उस समय किसका शासन था, कांग्रेस का शासन था. लेकिन कोई भी कुछ कर नहीं पाया. लेकिन जब मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक की, एयर स्ट्राइक की तो उस पर ये सबूत मांगने लगे. पाकिस्तान ने ही सबूत दे दिया. तो आज देश को जरूरत है एक मजबूत प्रधानमंत्री की जो देश में विकास भी करे और देश की सीमाओं को सुरक्षा भी प्रदान करे.''
नवादा सीट कटने पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि ''इस बारे में उनसे कोई राय नहीं ली गई कि सीट लोकजन शक्ति पार्टी को दी जा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने मुझे बराबर कहा दादा जो आप चाहेंगे वह होगा. पता नहीं फिर वही बता सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा आप पार्टी अध्यक्ष से पूछिए कि उनकी सीट क्यों कटी. हालांकि उन्होंने बाद में यह भी कहा के हो सकता है केन्द्रीय नेतृत्व को और अच्छे काम की उम्मीद होगी. मैं खुश हूं प्रधानमंत्री जी और राज्य के मुख्यमंत्री जी से, दोनों ने खूब कॉर्पोरेट किया.उन्होंने कहा कि मै नहीं जानता कि मेरी सीट क्यूं काटी गई, यह तो प्रदेश अध्यक्ष ही बता सकते हैं. लेकिन बीजेपी का मैं कार्यकर्ता था, कार्यकर्ता हूं, कार्यकर्ता रहूंगा.
ऐसा माना जाता है कि गिरिराज सिंह ने नवादा में अच्छा काम किया था इसलिए वो वहीं से चुनाव भी लड़ना चाहते थे. उन्होंने कहा कि कोई सर्वे करा के देख ले, अगर मेरे खिलाफ गया तो मै राजनीति छोड़ दूंगा. गिरिराज ने नाराजगी तो जाहिर नहीं की लेकिन दुखी मन से ये जरूर कहा कि देखिए मैं कार्य करता था, कार्य करता हूं, कार्य करता रहूंगा. मैं तो बस इतना जानता हूं कि मैं कार्यकर्ता बनकर आया था कार्यकर्ता बनके रहूंगा कोई दिक्कत नहीं है.
उधर बिहार की लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मौजूदा सांसद गिरिराज सिंह की नाराजगी के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नेता चिराग पासवान ने कहा है कि वह इस बारे में गिरिराज से बात करेंगे. चिराग पासवान ने कहा कि 'गिरिराज के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं. हमें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि वह नाराज हैं. मैं उन्हें फोन करूंगा और पूछूंगा कि क्या यह सच है और अगर ऐसा है तो मैं इस मामले का हल निकालने की कोशिश करूंगा.'
Chirag Paswan, LJP on reports that Union Minister Giriraj Singh is upset over Nawada (Bihar) seat: We have good relations with him. I got to know through media that he is little upset. I will call him & ask him if it is so. And if he is, I will try to resolve the issue. pic.twitter.com/7eLjCoRAUV
— ANI (@ANI) March 18, 2019
आपको बता दें कि बिहार की 40 सीटों में से बीजेपी और जेडीयू 17-17 और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बीजेपी, एलजेपी और जेडीयू गठबंधन में यह सीट एलजेपी के खाते में गई है. अब गिरिराज सिंह का कहना है कि वह सिर्फ नवादा से ही चुनाव लड़ेंगे.