राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि अगले लोकसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर चर्चा चल रही है और इस बारे में राहुल गांधी से भी बात हुई है.
पवार ने बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि तीन राज्यों में हार से हैरान होकर प्रधानमंत्री नए-नए फैसले कर रहे हैं. ये सब चुनावी जुमले हैं. उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत सवर्ण आरक्षण का फैसला कोर्ट में टिक सके, ये असंभव है. पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के बीच गठबंधन पर चर्चा शुरू हो चुकी है और कई सीटों को लेकर बात चल रही है. उन्होंने बताया कि इस बाबत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी बात हुई है. एनसीपी सुप्रीमो ने साफ कर दिया कि लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन लगभग तय है.
शरद पवार ने हालांकि अखिलेश यादव और मायावती की पार्टी सपा-बसपा के बीच हुए गठजोड़ को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और इतना ही कहा कि दोनों पार्टियों में क्या बात हुई है, उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं. पवार पूर्व में यह बयान भी दे चुके हैं कि अगले लोकसभा चुनावों में त्रिशंकु संसद की संभावना ज्यादा है और 2019 में किसी पार्टी को बहुमत मिलने के आसार काफी कम हैं.
पिछले साल अक्टूबर में पवार ने इंडिया टुडे समूह की ओर से आयोजित 'मुंबई मंथन' में कहा था कि विपक्ष की तरफ से किसी भी नेता को 2019 चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं करना चाहिए और प्रधानमंत्री उम्मीदवार के बारे में चुनाव बाद ही गठबंधन के साथियों को फैसला करना चाहिए.
'महागठबंधन' के बारे में उन्होंने कहा, "हम (एनसीपी) इस तरह के किसी महागठबंधन के बारे में बात नहीं करते. मैंने बीजेपी का विकल्प मुहैया कराने के लिए सभी पार्टियों से एक विपक्षी गठबंधन को लेकर बात की है लेकिन इस तरह के किसी गठबंधन के अस्तित्व में आने की स्थितियां नहीं दिख रही हैं. हरेक राज्य में जमीनी वास्तविकता बहुत अलग है."