लोकसभा चुनाव 2019 के तहत तेलंगाना की निजामाबाद लोकसभा सीट पर मतगणना पूरी हो चुकी है. नतीजों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरविंद धरमपुरी ने मौजूदा सांसद और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को 70875 वोटों के अंतर से शिकस्त दी है.
2019 का जनादेश
इस सीट से बीजेपी के अरविंद धरमपुरी को 480584 वोटों के साथ जीत मिली. वहीं टीआरएस की के. कविता 409709 वोटों के साथ दूसरे और कांग्रेस की मधु याक्षी गौड़ 69240 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं. इस लोकसभा सीट पर पहले चरण में वोटिंग हुई और 68.33 फीसदी मतदान हुआ था.
2014 का जनादेश
पिछले चुनाव में निजामाबाद सीट पर टीआरएस का खाता खुला था. यहां से के. कविता 1.67 लाख से ज्यादा वोटों के बड़े अंतर से जीती थीं. उन्होंने कांग्रेस के मधु याक्षी गौड़ को मात दी थी. कविता को 42.49 फीसदी यानी 4,39,307 लाख वोट मिले थे. मधु गौड़ को 26.32 फीसदी यानी 2,72,123 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के ई. लक्ष्मीनारायणा को 21.79 फीसदी यानी 2,25,333 वोट मिले थे. 2009 में यह सीट आंध्र प्रदेश में थी. तब यहां हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मधु याक्षी गौड़ ने टीआरएस के बी. गणेश गुप्ता को करीब 60 हजार वोटों के अंतर से हराया था.
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के मुताबिक निजामाबाद की 66 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाके में रहती है और करीब 34 फीसदी आबादी शहरी है. यहां पर अनुसूचित जाति की आबादी कुल आबादी की 13.76 फीसदी है तो अनुसूचित जनजाति की आबादी कुल आबादी की 5.7 फीसदी है. 2006 में निजामाबाद को भारत के 250 सबसे पिछड़े शहरों में शामिल किया गया था. यह केंद्र सरकार से मदद पाने वाले तेलंगाना के 10 जिलों में शामिल है.
निजामाबाद लोकसभा सीट के भीतर सात विधानसभा सीटें आती हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर टीआरएस को जीत मिली थी. निजामाबाद में पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. यहां पर 7,24,504 पुरुष मतदाता और 7,71,689 महिला मतदाता यानी कुल 14,96,193 मतदाता हैं. 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में करीब 65 फीसदी पुरुषों ने मतदान किया था तो 73 फीसदी से ज्यादा महिलाएं वोट देने पहुंची थीं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
तेलंगाना राज्य का निर्माण होने के बाद 2014 में यहां से पहली बार टीआरएस को जीत मिली थी. इस सीट पर हुए 16 लोकसभा चुनावों में से कांग्रेस को 11 बार जीत मिली है. तीन बार यहां से तेलुगू देशम पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं. यहां से कांग्रेस के दो सांसद (हरीश चंद्र हेडा और एम, राम गोपाल रेड्डी) और तेलुगू देशम पार्टी के एक सांसद (जी. गंगा रेड्डी) सर्वाधिक तीन-तीन बार जीते हैं.
चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर