देश में लोकसभा चुनावों के साथ ओडिशा विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान भी हो चुका है. राज्य में आम चुनावों के साथ विधानसभा के लिए चार चरणों में मतदान होंगे. पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल, दूसरे चरण का 18 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 23 अप्रैल और चौथे चरण के लिए 29 अप्रैल को मतदान होंगे. फिलहाल राज्य में बीजू जनता दल की सरकार है और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हैं. राज्य में 147 विधानसभा सीटों में से बीजू जनता दल ने 117, कांग्रेस ने 16, बीजेपी ने 10, निर्दलीय ने 2 और कम्युनिस्ट और समता क्रांति दल ने एक-एक सीट जीती थी. बहुमत के लिए 74 सीटें जीतना जरूरी है.
चुनाव आयोग की ओर से रविवार को लोकसभा और विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा किए जाने के साथ देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 17वीं लोकसभा के गठन के लिए सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होने वाले चुनाव के मद्देनजर देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. लोकसभा चुनाव के लिए सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी. चुनाव आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 543 लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में इस बार प्रत्येक मतदान केंद्र पर वीवीपेट युक्त ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पहले प्रत्येक सीट के किसी एक मतदान केंद्र पर EVM के साथ वीवीपेट का इस्तेमाल किया जा रहा था. वीवीपेट की मदद से मतदाता को उसके मतदान की पर्ची देखने को मिलती है.
चुनाव कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अरोड़ा ने बताया कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे. इन राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल अगले कुछ महीनों में पूरा होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ नहीं होंगे. अरोड़ा ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जाएगी. समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ओडिशा में पैठ बनाने में जुटी हुई है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह राज्य का कई बार दौरा कर चुके हैं. लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं का इस पार्टी से उस पार्टी में जाना भी शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में बीजू जनता दल के पूर्व सांसद बैजयंत जय पांडा बीजेपी में शामिल हो गए हैं. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में बैजयंत पांडा ने बीजेपी का दामन थामा. बैजयंत पांडा के बीजेपी में शामिल होने से लोकसभा चुनाव से पहले ओडिशा में पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है.
बता दें कि ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ राज्य विधानसभा का चुनाव है. बीजेपी को उम्मीद है कि पांडा की मौजूदगी से ओडिशा के तटीय इलाके में उसकी स्थिति मजबूत होगी. पांडा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में बीजेपी में शामिल हुए. बैजयंत पांडा ओडिशा में प्रभावशाली मीडिया समूह का स्वामित्व करते हैं और वे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पार्टी बीजू जनता दल के वरिष्ठ सांसद रह चुके हैं.