बिहार की पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट पर 12 मई को छठवें चरण में वोट डाले गए. इस चरण में 7 राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई और कुल मतदान 64.24 फीसदी रिकॉर्ड किया गया. वहीं, पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट पर 63.57 प्रतिशत मतदान हुए, जबकि पिछली बार 59.20 प्रतिशत मतदान हुआ था.
12 मई को वोटिंग के दौरान चुनाव आयोग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी. अब यहां 23 मई को वोटों की गिनती होगी और चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे. पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र नेपाल की सीमा से सटा हुआ उत्तरी बिहार का हिस्सा है. चंपारण इलाका बिहार के तिरहुत प्रमंडल के अंतर्गत आता है और भोजपुरी भाषी जिला है. इस लोकसभा सीट से कुल 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने डॉ. संजय जायसवाल, बहुजन समाज पार्टी ने राकेश कुमार, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने बृजेश कुमार कुशवाहा और लोकतांत्रिक जन स्वराज पार्टी ने बिपिन नाथ तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा 5 उम्मीदवार निर्दलीय लड़ रहे हैं.
महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण लंबे समय से सियासी सक्रियता का केंद्र रहा है. साल 2002 के परिसीमन के बाद 2008 में वाल्मिकिनगर और पश्चिमी चंपारण दो अलग-अलग सीटों के रूप में अस्तित्व में आए. इससे पहले पश्चिम चंपारण का अधिकांश हिस्सा बेतिया लोकसभा संसदीय क्षेत्र में आता था.
परिसीमन के बाद 2009 और 2014 के चुनावों में बीजेपी के संजय जायसवाल ने इस सीट से जीत हासिल की. डॉ. संजय जायसवाल के पिता डॉ. मदन प्रसाद जायसवाल भी लोकसभा सांसद रह चुके हैं. आपको बता दें कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. यह सीट बीजेपी के खाते में आई है और डॉ संजय जायसवाल को उम्मीदवार बनाया गया है. यहां पर बीजेपी और जेडीयू की एकजुटता और बदले समीकरणों ने महागठबंधन की चुनौती को बढ़ा दिया है.
पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 12 लाख 20 हजार 868 है. इसमें से 6 लाख 58 हजार 427 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 5 लाख 62 हजार 441 महिला वोटर हैं. पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं, जिनमें नौतन विधानसभा सीट, चनपटिया, बेतिया, रक्सौल, सुगौली और नरकटिया विधानसभा सीट शामिल हैं.
साल 2015 के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो इस संसदीय क्षेत्र की 6 विधानसभा सीटों में से 4 सीटें बीजेपी ने जीती थी, जबकि 1-1 सीट आरजेडी और कांग्रेस के खाते में गई थीं.
साल 2014 का जनादेश
साल 2014 के चुनाव में पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से बीजेपी के डॉ. संजय जायसवाल ने जेडीयू उम्मीदवार और फिल्म निर्देशक प्रकाश झा को हराया था. प्रकाश झा इस सीट से चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में जीत बीजेपी के हाथ लगी थी.
बीजेपी उम्मीदवार डॉ. संजय जायसवाल को 3 लाख 71 हजार 232 वोट मिले थे, जबकि प्रकाश झा को 2 लाख 60 हजार 978 वोटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं आरजेडी के रघुनाथ झा को 1 लाख 21 हजार 800 वोट मिले थे. डॉ. संजय जायसवाल ने 2009 के चुनाव में भी इस सीट से जीत हासिल की थी.
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