कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ऋण माफी के मुद्दे पर उनकी सरकार का देशभर में मजाक उड़ाया है और लोगों को गुमराह किया है. कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि कर्नाटक में 15.58 लाख किसानों का ऋण माफ किया गया है. एचडी कुमारस्वामी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है कि इस योजना से कर्नाटक के केवल 6 किसानों को लाभ पहुंचा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के आधिकारिक पेज को टैग करते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने लिखा, 'आपकी पार्टी ऋण माफी के बारे में पूरे देश में इन दिनों गलत जानकारी दे रही है और ऋण माफी स्कीम का मजाक उड़ा रही है. लेकिन मैं आपको जानकारी देना चाहता हूं कि हमारी गठबंधन की सरकार ने 6223.48 करोड़ की रकम आवंटित की है जिससे कर्नाटक के 15.58 लाख किसानों को फायदा पहुंचा है.'
एक अन्य ट्वीट में कुमारस्वामी ने दावा किया है कि 9.9 लाख चिन्हित किसानों में केवल 6 किसानों तक पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ मिला है.Dear @narendramodi & @BJP4India leaders
Ur party has been mocking& misleading the country about the crop loan waiver scheme in the state all these days. But I would like to enlighten you that our coalition Government has released ₹6223.48 crore, benefitting 15.58 lakh farmers...
— H D Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) March 26, 2019
उन्होंने ट्वीट किया है, 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.9 लाख चिन्हित किसानों में से केवल 6 किसान, मैं दोहराना चाहता हूं कि केवल 6 किसानों को 2,000 रुपए मिले हैं. किसानों के लिए आप कितने प्रतिबद्ध हैं यह बताने की मुझे जरूरत नहीं है.'
Look at the sorry state of PM KISAN SAMMAN NIDHI! Out of 9.9 lakh identified farmers from the State, only 6, I repeat SIX, have been given Rs. 2000 each. I don't need to explain any further your commitment to the farmers.@BJP4Karnataka
— H D Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) March 26, 2019
बता दें पीएम किसान सम्मान योजना के तहत देश में 2 हेक्टेयर (5 एकड़) तक की जोत वाले किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2,000 रुपए 3 किस्तों में दिए जाने हैं. यह राशि केवल उन्हीं किसानों को दी जाएगी जिन्होंने इस योजना के तहत खुद को पंजीकृत किया है. बता दें देश में इस सीमा में आने वाले किसानों की संख्या 12 करोड़ से अधिक है.