प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'हमशक्ल' कहे जाने वाले और राजधानी लखनऊ से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे अभिनन्दन पाठक को चुनाव आयोग ने 'एक वोट, एक नोट' की टिप्पणी करने के आरोप में नोटिस भेजा है.
दरअसल, अभिनन्दन पाठक ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के बाद कहा था कि 'एक वोट, एक नोट' उनका चुनावी नारा होगा. जिसके बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और पाठक के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया. शुक्रवार शाम को जारी इस नोटिस में जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि पाठक के इस बयान के पीछे वोट के लिए मतदाताओं को लालच देने की मंशा नजर आती है, लिहाजा यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है.
उन्होंने कहा कि पाठक को जवाब दाखिल करने के लिए 24 घंटों का समय दिया गया है. अगर जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
गौरतलब है कि लखनऊ सीट पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह को टक्कर देने आए पाठक ने वाराणसी सीट से भी नामांकन की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि वह आगामी 26 अप्रैल को वाराणसी से पर्चा दाखिल करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी की तरह दिखने वाले और ठीक उन्हीं की तरह आधी बांह का कुर्ता और पायजामा पहनने वाले पाठक ने कहा कि वह डमी नहीं बल्कि गंभीर प्रत्याशी हैं. उन्होंने कहा कि वह जुमलेबाजी के खिलाफ हैं और चुनाव जीतने के बाद वह प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी का समर्थन करेंगे.
सहारनपुर के रहने वाले पाठक पिछले साल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने छत्तीसगढ़ में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए अनेक रैलियां भी की थी.
बता दें कि लखनऊ में पांचवें चरण के तहत आगामी छह मई को मतदान होगा.
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