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PSE: चुनाव पास आने के साथ मोदी के स्टॉक ऊपर

मार्च में हुए ताजा सर्वे में 52%  प्रतिभागियों ने मोदी को प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया, वहीं राहुल गांधी के पक्ष में 33%  प्रतिभागियों ने अपनी राय व्यक्त की. जनवरी में हुए PSE सर्वे में मोदी को 48%  और राहुल को 35%  वोटरों ने प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया था.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी (फाइल फोटो-रॉयटर्स)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी (फाइल फोटो-रॉयटर्स)

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आम चुनाव नज़दीक आने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ बीते पांच महीने में ऊपर चढ़ा है. ये निष्कर्ष एक्सिस माई इंडिया की ओर से इंडिया टुडे के लिए कराए गए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) का है. PSE सर्वे के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए वोटरों की पसंद के मामले में अब भी काफी फासला तय करना है. सर्वे बताता है कि 48 वर्षीय विपक्षी नेता अनुसूचित जाति (SC)  और मुस्लिम समुदायों में प्रधानमंत्री मोदी से ज़्यादा लोकप्रिय हैं.

समग्र प्रदर्शन

मार्च में हुए ताजा सर्वे में 52%  प्रतिभागियों ने मोदी को प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया, वहीं राहुल गांधी के पक्ष में 33%  प्रतिभागियों ने अपनी राय व्यक्त की. बता दें कि जनवरी में हुए PSE सर्वे में मोदी को 48%  और राहुल को 35%  वोटरों ने प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया था. वहीं अक्टूबर PSE में मोदी-गांधी की लोकप्रियता का ये अनुपात 46:32 था. 

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मोदी सरकार के कामकाज को लेकर संतुष्ट वोटरों का आंकड़ा अक्टूबर सर्वे में 44%, जनवरी में 43% था जो मार्च के ताजा सर्वे में बढ़कर 48% हो गया.

मार्च सर्वे से सामने आया कि 30% प्रतिभागी मोदी सरकार के कामकाज से असंतुष्ट है. ये आंकड़ा जनवरी सर्वे में 33% था. अक्टूबर 2018 में मोदी सरकार के कामकाज से असंतुष्ट लोग भी अब की तरह 30%  ही थे.

जातियों, आयुवर्ग में किसे कितना समर्थन?

पीएम मोदी को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBCs)  में 67%  वोटरों का समर्थन हासिल है. जनवरी PSE में इस वर्ग से पीएम मोदी को 55% प्रतिभागियों का ही समर्थन हासिल था. जबकि सामान्य वर्ग में पीएम मोदी को समर्थन जनवरी के 55%  की जगह मार्च सर्वे में बढ़कर 72% हो गया.

दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय में राहुल गांधी की लोकप्रियता में पिछले दो महीने में 4%  का इज़ाफ़ा हुआ है. जनवरी सर्वे में राहुल को 57%  मुस्लिम वोटरों का समर्थन ही हासिल था जो मार्च सर्वे में बढ़कर 61% हो गया. जहां तक अनुसूचित जाति (SC) समुदाय का सवाल है तो इसके 34% वोटर जनवरी में राहुल को समर्थन दे रहे थे तो जो मार्च सर्वे में 10% बढ़कर 44%  हो गए.

मार्च PSE सर्वे के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBCs)  में 20% वोटरों का समर्थन हासिल है. ताजा सर्वे दिखाता है कि राहुल को सामान्य वर्ग में 15% वोटर प्रधानमंत्री के लिए पहली पसंद बता रहे हैं.

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अनुसूचित जनजाति (ST)  वर्ग से ताजा सर्वे में मोदी को 44%  और राहुल को 40% वोटर प्रधानमंत्री के लिए अपना समर्थन दे रहे हैं.

पीएम मोदी को सभी आयु वर्गों में कांग्रेस अध्यक्ष पर बढ़त हासिल है. मोदी को 18-25 आयु वर्ग में 51% और 61 साल से ऊपर के आयुवर्ग में 52% वोटरों का समर्थन हासिल है.

PSE सर्वे बताता है कि कांग्रेस अध्यक्ष को 18-25 आयुवर्ग में 35%  और वरिष्ठ नागरिकों में 33%  वोटरों का समर्थन हासिल है.

महिला हों या पुरुष वोटर, मोदी आगे

मोदी को महिला हो या पुरुष वोटर, दोनों वर्गों में राहुल गांधी पर बढ़त हासिल है. PSE के मुताबिक पुरुष वोटरों में 53%  और महिला वोटरों में 51% ने मोदी को प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद बताया. वहीं पुरुषों में 32%  और महिलाओं में 35%  वोटरों ने राहुल के पक्ष में राय व्यक्त की.

आम चुनाव में कौन से मुद्दे अहम?

अगले आम चुनाव में सबसे अहम मुद्दा कौन सा होगा, इस सवाल के जवाब में अधिकतर वोटरों ने बेरोज़गारी का नाम लिया. PSE में 36% प्रतिभागियों ने बेरोज़गारी को अहम मुद्दा बताया. वहीं 23% वोटरों ने आतंकवाद और 22%  ने किसानों से जुड़ी समस्याओं को अहम मुद्दे के तौर पर गिनाया.

                    

PSE सर्वे में 12% प्रतिभागियों ने भ्रष्टाचार और 7% ने महंगाई को अहम मुद्दा बताया.

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बता दें कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (CMIE) के हाल में जारी किए गए डेटा के मुताबिक फरवरी 2019 में देश में बेरोजगारी दर 7.2%  के ऊंचे स्तर तक पहुंच गई. सितंबर 2016 के बाद ये बेरोज़गारी की सबसे ऊंची दर है. फरवरी 2018 में बेरोज़गारी दर 5.9%  थी.

मेथेडोलॉजी

PSE सर्वे फरवरी से मार्च 2019 के बीच देशभर में 540 संसदीय क्षेत्रों में किया गया. ये सर्वे टेलीफोन पर लिए गए साक्षात्कारों पर आधारित हैं. इस सर्वे में 1,34,682 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.

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