प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार देश की कमान संभाल ली है. गुरुवार को राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में भव्य शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने शपथ ली. शपथ समारोह के बाद पीएम नरेंद्र मोदी तुरंत काम में जुट गए. शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी बिम्सटेक देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे, जो शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली आए हुए हैं.
इस कड़ी में पीएम मोदी हैदराबाद हाउस में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना और मॉरिशस के पीएम प्रविंद कुमार से मिले. दोनों नेताओं से पीएम की द्विपक्षीय वार्ता होनी है. पीएम मोदी बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग से भी मिलेंगे. एशिया में अपनी धाक बढ़ाने के लिए इन सभी देशों के साथ भारत के संबंध बेहतर होने बेहद जरूरी हैं.
पीएम मोदी ने गुरुवार रात किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सोरोनबाय जेनेबकोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. किर्गिस्तान भारत के लिए अहम इसलिए है क्योंकि वह वर्तमान में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) का अध्यक्ष है और मध्य एशिया में भारत का अहम साझेदार है. बैठक के दौरान राष्ट्रपति जेनेबकोव ने पीएम मोदी को बधाई दी और उन्हें जून में होने वाले एससीओ समिट के लिए किर्गिस्तान आने का न्योता दिया.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi meets Sri Lankan President Maithripala Sirisena at Hyderabad House. Both the leaders will hold a bilateral meeting. The Sri Lankan President attended PM Modi's swearing-in ceremony yesterday. pic.twitter.com/ZHaiMVn57R
— ANI (@ANI) May 31, 2019
यह समिट 13-15 जून के बीच बिश्केक में होगा. भारत और किर्गिस्तान के रिश्तों को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग और मजबूत करने पर जोर दिया. उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए राष्ट्रपति जेनेबकोव को धन्यवाद दिया. दोनों नेताओं की बैठक अहम इसलिए भी है क्योंकि मध्य एशियाई देशों की भारतीय कूटनीति में अहमियत बढ़ रही है, जिसके बाद किर्गिस्तान भी अहम हो गया है.Delhi: Prime Minister Narendra Modi meets Prime Minister of Mauritius Pravind Kumar Jugnauth at Hyderabad House. Both the leaders will hold a bilateral meeting today. He attended PM Modi's swearing-in ceremony yesterday. pic.twitter.com/NYn0eTE9Lo
— ANI (@ANI) May 31, 2019
गौरतलब है कि पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में 57 मंत्री शामिल किए गए हैं. पीएम मोदी के कैबिनेट में कई नए चेहरों को शामिल किया गया है, जिसमें पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर और अमित शाह शामिल हैं. अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. जेटली ने स्वास्थ्य कारणों से मंत्री बनने से इनकार कर दिया था. पीएम के 24 कैबिनेट मंत्रियों में बीजेपी के 20, शिवसेना, एलजेपी और शिरोमणि अकाली दल का एक-एक सदस्य शामिल है.