प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में मिले प्रचंड बहुमत के लिए दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में देश की जनता का आभार प्रकट किया. दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पीएम मोदी के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेताओं ने पीएम मोदी को माला पहनाकर स्वागत किया. मंच पर पीएम मोदी ने कहा कि...
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के लिए जनता का नमन करते हुए कहा कि देश की जनता ने इस फकीर की झोली को भर दिया. उन्होंने इस जीत को लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ी घटना बताया. उन्होंने कहा, 'आजाद होने के बाद देश में कई लोकसभा चुनाव हुए, लेकिन सबसे ज्यादा मतदान इस चुनाव में हुआ. वो भी 40-42 डिग्री की गर्मी में. यह अपने आप में जनता की जागरुकता को दर्शाता है. पूरे विश्व को इसे पहचानना होगा.'
उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र के खातिर जिन-जिन लोगों ने बलिदान दिया है और जो लोग घायल हुए हैं उनके प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं. लोकतंत्र में लोकतंत्र के लिए मरना, यह मिशाल आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी. मैं चुनाव आयोग को, सुरक्षा बलों को और लोकतंत्र के इस उत्सव को संभालने वाले सभी लोगों को बधाई देता हूं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'जब महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ तो कृष्ण से पूछा गया कि आप किसके पक्ष में थे. मैं समझता हूं कि उस समय भगवान ने जवाब दिया था, आज वही जवाब जनता ने कृष्ण के रूप में जवाब दिया है. भगवान ने उस समय कहा था कि मैं किसी के पक्ष में नहीं था. मैं तो सिर्फ हस्तिनापुर के लिए हस्तिनापुर के पक्ष में खड़ा था. आज 130 करोड़ जनता भारत के लिए भारत के पक्ष में खड़ी है. देश के सामान्य नागरिक की भावना भारत के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं पहले दिन से कह रहा था कि यह चुनाव कोई दल या नेता नहीं बल्कि देश की जनता लड़ रही है. जिनके आंख कान बंद थे उनके लिए मेरी बात को समझना मुश्किल था. लेकिन आज मेरी भावना को जनता जनार्दन ने प्रकट कर दिया है. इसलिए अगर कोई विजयी हुआ है तो हिन्दुस्तान विजयी हुआ है, अगर कोई विजयी हुआ है तो लोकतंत्र विजयी हुआ है. इसलिए हम सभी एनडीए के साथी इस विजय को जनता के चरणों में समर्पित करते हैं.'
पीएम ने आगे कहा, 'इस लोकसभा चुनाव में जो विजयी हुए हैं. मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं. विजयी होने वाले सभी प्रतिनिधियों को कंधे से कंधा मिलाकर देश के विकास में काम करेंगे इसके लिए मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं.'
चार विधानसभा चुनावों में जीतने वाली पार्टियों को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी राज्यों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी पार्टी और सरकार संविधान पर समर्पित है. संघीय व्यवस्था पर समर्पित है. हमारी सरकार इन राज्यों के विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी, यह विश्वास दिलाना चाहता हूं. साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम की जमकर सराहना की और उन्हें जीत की बधाई दी.
पीएम मोदी ने पार्टी की यात्रा पर बात करते हुए कहा कि भाजपा की विशेषता है कि हम कभी दो भी हो गए लेकिन हम कभी अपने मार्ग से विचलित नहीं हुए और फिर दोबारा आ गए. जब दो थे तब भी निराश नहीं हुए और दोबारा आए तो भी न संस्कार छोड़ेंगे, न आर्दश छोड़ेंगे और न ही नम्रता छोड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि यह मोदी की विजय नहीं है, यह देश में ईमानदारी के लिए तड़पती आशा, आकांक्षाओं की विजय है. यह विजय उस बीमार व्यक्ति की है जो पैसे न होने के कारण इलाज नहीं करवा पा रहा था और आज इलाज करवा पा रहा है. यह विजय उन किसानों की है जो देश के पेट को भरने के लिए अपने पेट के खयाल को दरकिनार करके काम में जुटा रहता है. यह पक्के घर में हाल मे प्रवेश करने वालों की विजय है.
पीएम मोदी ने कहा कि यह विजय उन मध्यम वर्गीय लोगों की विजय है जो बिना सोचे टैक्स भरता रहा है. इस चुनाव ने ईमानदारी को एक नई स्वीकृति दी है. सेकुलरिज्म के नारे लगाने वाली जमात ने 2014 से 2019 आते आते बोलना ही बंद कर दिया. ये बेनकाब हो गए.
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में ऐसा कोई भी चुनाव नहीं हुआ जब महंगाई मुद्दा नहीं बनी हो, लेकिन इस चुनाव में विपक्ष ने एक बार भी इसे मुद्दा नहीं बनाया. साथ ही यह पहला चुनाव था जब कोई भी दल सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा पाया. इसलिए राजनीतिक पंडितों को समझ नहीं आ रहा था कि इसे कैसे तौला जाए.
उन्होंने कहा कि जनता ने एक नया नैरेटिव देश के सामने रख दिया है. वो यह है कि अब इस देश में दो ही जाति बचेगी और देश इन दो जातियों पर ही केंद्रित रहने वाला है. जाति के नाम पर खेल खेलने वालों पर इस चुनाव में कड़ा प्रहार हुआ है. एक जाति है गरीब और दूसरी जाति है जो उन्हें गरीबी से मुक्त कराना चाहते हैं. यह दो ही जातियां हैं. हमें दोनों को सशक्त करना है. ये दोनों शक्तियां इस देश से गरीबी के कलंक को मिटा सकती हैं.
उन्होंने कहा कि यही वो समय है जब महात्मा गांधी के 150 वर्ष मानाएगा और आजादी के 75 वर्ष मनाएगा. 1942 से 1947 तक हर व्यक्ति हर काम आजादी के लिए करता था. 1942 से 1947 तक एक जनांदोलन ने आजादी में एक अहम भूमिका निभाई. यह कालखंड देश के इतिहास में बेहद महत्वपूर्ण रहा. आज अगर हम भी संकल्प लें कि देश को विकसित भारत बनाना है तो देश को हम नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं. इसलिए इस चुनाव को नम्रता से स्वीकारना है.
पीएम मोदी ने कहा, 'चुनाव में क्या हुआ, कैसे हुआ, कौन बोला, क्या बोला, मेरे लिए वो बातें बीत चुकी हैं. अब हमें आगे बढ़ना है. विरोधियों को भी साथ लेकर चलना है. लोकतंत्र की मर्यादाओं के बीच चलना है. संविधान का भाव पकड़ते हुए चलना है. मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जनता ने इस फकीर की झोली तो भर दी, आशा और आकांक्षाओं के साथ भरी है मैं जानता हूं. मैं इस गंभीरता को भी समझता हूं. लेकिन मैं कहूंगा कि जनता ने 2014 में कम जानते हुए भरोसा किया और 2019 में ज्यादा जानने के बाद मुझपर भरोसा किया. मैं इसके पीछे की भावना को भली भांति समझता हूं. इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि देश ने जो दायित्व दिया है उसके लिए मेरा वादा है कि मैं बदनीयत से कोई काम नहीं करूंगा.'
उन्होंने कहा कि काम करते-करते गलती हो सकती है लेकिन कोई भी काम बदनीयत से नहीं करूंगा. मैं मेरे लिए कुछ नहीं करूंगा. आगे उन्होंने कहा कि मेरे समय का पल-पल, मेरे शरीर का कण-कण सिर्फ देशवासियों के लिए है. जनता जब भी मेरा मूल्यांकन करे इन तीन तराजुओं पर मुझे कसते रहना. कभी कोई कमी रह जाए तो मुझे कोसते रहना. लेकिन मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मैं सार्वजनिक रूप से जो बातें बताता हूं उसको जीने के लिए भरपूर प्रयास करूंगा.