तमिलनाडु के कोयंबटूर और तिरूपुर जिले में फैली पोलाची लोकसभा सीट एआईएडीएमके का गढ़ मानी जाती है. 2009 और 2014 के आम चुनावों में यहां इसी पार्टी ने जीत के झंडे गाड़े थे. पोलाची की खास बात यह है कि यह शहरी सीट है. यहां 61 फीसदी से ज्यादा लोग शहर में रहते हैं. यह सामान्य सीट है. पोलाची सीट से मौजूदा सांसद एआईएडीएमके के सी. महेंद्रन हैं. वे पहली बार सांसद बने हैं.
राजनैतिक पृष्ठभूमि
पोलाची सीट पर एआईएडीएमके के वर्चस्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा चुनाव के इतिहास में सात बार एआईएडीएमके ने यहां जीत दर्ज की है. 1951 से अब तक किसी पार्टी को इतनी बार यहां जीत नहीं मिली. 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार दामोदरन चुनाव जीते थे. इसके बाद 57 और 62 में भी कांग्रेस के पास यह सीट रही. 1967 में पहली बार डीएमके ने यह सीट कांग्रेस से छीनी.
इसके बाद 1971 के आम चुनाव और 1971 में ही हुए उपचुनाव में भी यह सीट डीएमके के पास ही रही. 1977 में हुए चुनाव में पहली बार यहां से एआईएडीएमके ने इस सीट पर कब्जा किया. लेकिन 80 के चुनाव में डीएमके ने यह सीट एआईएडीएमके से छीन ली. लेकिन उसके बाद 84, 89 और 91 के चुनाव में एआईएडीएमके ने इस सीट पर अपना लोहा मनवाया.
1996 में यहां से पहली बार तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) ने जीत दर्ज की. लेकिन वह इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार नहीं रख सके. 1998 के आम चुनाव में एक बार फिर एआईएडीएमके ने इस सीट पर कब्जा किया. लेकिन 99 के चुनाव में एमडीएमके ने यह सीट उससे छीन ली. 2004 में भी एमडीएमके के सी. कृष्णन ने इस सीट पर जीत दर्ज की. लेकिन पिछले दो चुनावों से एआईएडीएमके के उम्मीदवार यहां से जीत रहे हैं.
पोलाची सीट का समीकरण
यहां करीब 13 लाख से ज्यादा मतदाता हैं. इसमें 49.72 फीसदी पुरुष और 50.27 फीसदी महिलाएं हैं.
विधानसभा सीटों का समीकरण
पोलाची लोकसभा सीट के तहत छह विधानसभा सीटें आती हैं. ये हैं- थोंडामुथुर, किनाथुकाडावू, पोलाची, वालपराई (सुरक्षित), उडूमलपेट और मडाथुकुलम. 2016 के विधानसभा चुनाव में इनमें से पांच सीटें एआईएडीएमके ने जीती थीं. जबकि डीएमके सिर्फ मडाथुकुलम सीट जीत पाई थी. इसका मतलब यह है कि यह इलाका एआईएडीएमके का गढ़ है.
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके के सी. महेंद्रन ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 417,092 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर केएमडीके के ई.आर. ईश्वरन थे. उन्हें 276,118 मत मिले थे. ईश्वरन बीजेपी समर्थित प्रत्याशी थे. डीएमके के प्रत्याशी पी. पलानीसामी को 251,829 को वोट से संतोष करना पड़ा था.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
एआईएडीएमके के सी. महेंद्रन का जन्म 1972 में हुआ था. वे तिरुपुर जिले से आते हैं. उन्होंने अपने जिले की मूंगीलथोलूवू पंचायत के अध्यक्ष पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी. उन्होंने अर्थशास्त्र विषय से एमए तक की शिक्षा हासिल की है. 8 जनवरी, 2019 तक के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक महेंद्रन की लोकसभा में उपस्थिति 83 फीसदी रही है. उन्होंने 41 बार चर्चा में हिस्सा लिया और इस दौरान 435 प्रश्न पूछे. उनकी सांसद निधि का 82.03 फीसदी हिस्सा विकास पर खर्च किया गया है.