कांग्रेस की नई महासचिव प्रियंका वाड्रा के लिए 6 फरवरी का दिन बेहद अहम रहा. इस दिन प्रियंका ने ऐसी स्थिति का सामना किया, जिसमें उन्होंने फिर साबित किया कि आखिर क्यों वेंटिलेटर पर पड़ी कांग्रेस में उनके आने से नई जान सी आ गई है.
दरअसल बुधवार को पति प्रियंका वाड्रा को ईडी दफ्तर तक छोड़ने आईं प्रियंका गांधी ने ये साफ मैसेज दे दिया कि वो कल भी रॉबर्ट वाड्रा के साथ खड़ी थीं, आज भी साथ खड़ी हैं और आगे भी रॉबर्ट वाड्रा के साथ खड़ी रहेंगी. ऐसे में अतीत के उन बयानों का जिक्र करना भी जरूरी हो जाता है, जिनमें प्रियंका वाड्रा अपने पति रॉबर्ट वाड्रा पर उठने वाले सवालों पर जवाब देती आईं हैं. इनमें पति रॉबर्ट वाड्रा का बचाव करना भी शामिल है और नरेंद्र मोदी को जवाब देना भी.
रॉबर्ट वाड्रा के मामले में कभी बैकफुट पर नहीं रहीं प्रियंका
प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीतिक करियर में रॉबर्ट वाड्रा बोझ बन जाएंगे, ऐसा सोचने वाले लोगों को आज प्रियंका गांधी ने जवाब दे दिया. जिस तरह प्रियंका वाड्रा अपने पति के साथ ईडी के दफ्तर में पहुंचीं, उससे उनका मैसेज क्लीयर हो गया कि अपने पति पर लग रहे आरोपों पर वो बैकफुट पर नहीं खेलेंगी. वैसे प्रियंका वाड्रा पहले भी कभी रॉबर्ट वाड्रा के मामले में बैकफुट पर नहीं रही हैं.
जब ‘दामाद जी’ कहकर मोदी करते थे वार
साल 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले प्रचार जोरों पर था. मोदी लगभग अपने सभी भाषणों में रॉबर्ट वाड्रा का जिक्र ‘दामाद जी’ कहकर किया करते थे और कांग्रेस परिवार पर उन्हें फायदा पहुंचाने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते थे. उसी दौरान अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में जब रॉबर्ट वाड्रा को लेकर खुलासा छपा तो नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के विश्रामपुर में 20 अप्रैल को एक रैली के दौरान चुटकी ली थी. मोदी ने तंज भरे लहजे में कहा कि एक 10वीं क्लास तक पढ़ा नौजवान, जिसकी जेब में एक लाख रुपए थे, उसके तीन साल में 300 करोड़ रुपए हो गए. ऐसा जादूगर? ये मां-बेटे का कारोबार है. ये इनका मॉडल है. टू-जी का तो सुना था. अब जीजा जी का भी सुन लिया है.
प्रियंका का जवाब- जितना जलील करेंगे उतना मजबूत होंगे
ठीक उसी वक्त प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली में सोनिया गांधी के लिए चुनाव प्रचार कर रही थीं. उसमें प्रियंका गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा पर नरेंद्र मोदी के अटैक का जवाब दिया था. 22 अप्रैल 2014 को प्रियंका गांधी ने जनसभा में कहा कि बहुत बातें होती हैं. कठोर बातें. मेरे परिवार को जलील करना, मेरे पति के बारे में बहुत बातें कही जाती हैं. मुझे दुख होता है. दुख इस बात का नहीं है कि आप किसी को जलील कर रहे हो और सच्चाई आगे नहीं आ रही है. मैं अपने बच्चों को समझाती हूं कि एक दिन सच सामने आया. मैंने इंदिरा जी से सीखा था. जब दिल का इरादा सही होता है तो एक कवच बन जाता है, छाती के अंदर. जितना जलील करते हैं, ये कवच उतना मजबूत बनता है.
RSVP को मोदी ने बताया था नया मॉडल
ये पहली बार था जब प्रियंका गांधी ने सार्वजनिक तौर से अपने पति पर लग रहे आरोपों पर सफाई दी थी. तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री बनने की तैयारी कर रहे थे और रैलियों में रॉबर्ट वाड्रा का नाम ले लेकर कांग्रेस को घेर रहे थे. प्रचार के दौरान मोदी ने कहा था कि हमारे देश को भी RSVP ने चलाया. पहले RSVP अर्थशास्त्र में हुआ करता था. अब RSVP का मॉडल आया है. R यानी राहुल. S यानी सोनिया. V यानी वाड्रा. P यानी प्रियंका.
ब से बस भी करिए
नरेंद्र मोदी ने जब RSVP वाले हमले में वाड्रा का नाम शामिल किया था तो प्रियंका को जरा भी अच्छा नहीं लगा था. अपनी अगली ही रैली में प्रिंयका वाड्रा ने मोदी को जवाब दे दिया था. तब प्रियंका ने कहा कि कभी ABCD, कभी RSVP. कभी द से देश. कभी क से कौआ. अरे कभी ब से बस भी तो कीजिए. आप किसी प्राथमिक पाठशाला को तो संबोधित नहीं कर रहे हैं.
एसपीजी की सुरक्षा लौटाई थी
रॉबर्ट वाड्रा का बचाव करने में प्रियंका वाड्रा हमेशा आगे रही हैं. फिर चाहे जुबानी हमलों का जवाब देना हो या कथित सियासी साजिशों का. उदाहरण के तौर पर जब मोदी सरकार के सत्ता संभालते ही मई 2014 में खबर आई कि सरकार रॉबर्ट वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा वापस ले सकती है तो प्रिंयका वाड्रा ने तुरंत एसपीजी को एक चिट्ठी लिखी और कहा कि ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि सरकार रॉबर्ट वाड्रा के नाम को सूची से हटाने के बारे में विचार कर रही है. ऐसे में मैं सूचित करना चाहती हूं कि मुझे नहीं लगता कि ये ठीक होगा कि हवाई अड्डों पर आते-जाते समय मैं और मेरे बच्चे इस सुविधा का लाभ उठाते रहें और एक साथ सफर कर रहे परिवार के लोगों को अलग-अलग श्रेणी में रखा जाए. एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों की सूची में रॉबर्ट वाड्रा का नाम उनके कहने पर नहीं बल्कि एसपीजी के पूर्व प्रमुखों और दिल्ली पुलिस के कहने पर डाला गया था. हमारे परिवार ने कभी इस तरह की सुविधा नहीं मांगी थी. इसे तुरंत हटाया जाए.