प्रियंका गांधी वाड्रा के औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश से उत्तर प्रदेश कांग्रेस में खुशी का माहौल है. वहीं साधु महात्माओं ने भी उन्हें आशीर्वाद दिया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है प्रियंका गांधी के राजनीति में आने से कांग्रेस को फायदा होगा. चर्चा है कि प्रियंका गांधी प्रयागराज में चल रहे अर्धकुंभ के अवसर पर गंगा में डुबकी लगाने आ सकती हैं. प्रयागराज में 'आजतक' से बातचीत में महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि प्रियंका गांधी में उनकी दादी इंदिरा गांधी की छवि दिखती है और अगर वह कुंभ में स्नान करने आती हैं तो उन्हें साधु महात्माओं का आशीर्वाद जरूर मिलेगा.
नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि इंदिरा गांधी भी हर बार कुंभ के अवसर पर प्रयागराज आती थीं और खुद हेलीकॉप्टर में बैठकर साधु-संतों पर पुष्प वर्षा करती थीं. उनका कहाना है कि इस बार का कुंभ थोड़ा ज्यादा राजनीतिक हो गया है, लेकिन यहां आने वाले हर इंसान को आशीर्वाद मिलता है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को प्रियंका गांधी के आने से फायदा जरूर होगा. जाहिर है संतों से मिले आशीर्वाद के बाद कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी से पार्टी को बढ़ावा मिलेगा.
संवारा जा रहा कांग्रेस दफ्तर
प्रियंका गांधी के आने से पहले लखनऊ में पार्टी दफ्तर को भी संवारा जा रहा है. आस-पास बनी ऊंची इमारतों के बीच छिपे कांग्रेस मुख्यालय पर पुताई कराई गई है. पुराने मीडिया-संवाद भवन को तोड़कर एक नया और बड़ा भवन तैयार किया जा रहा है, जिसमें नई टाइल्स, खिड़कियां और नए एयरकंडीशनर लगाए जा रहे हैं. प्रियंका गांधी के आगमन की तारीख पर अभी चर्चा चल रही है. परिसर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) का दफ्तर हालांकि उपेक्षित पड़ा हुआ है. एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि इंदिरा गांधी की अर्धप्रतिमा के बगल में स्थित कार्यालय के दरवाजे में लगे ताले में जंग लग गई है, क्योंकि यह द्वार विरले ही खुलता है.
उत्तर प्रदेश में जीत दिलाने की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि अभी कांग्रेस अपने बुरे दौर से गुजर रही है. पिछले लोकसभा चुनावों में पार्टी 44 सीटों पर सिमट गई थी, उत्तर प्रदेश में उसे सिर्फ दो सीटों रायबरेली और अमेठी में चुनाव जीतने में सफलता मिल पाई थी. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा को बतौर पार्टी महासचिव पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है. उन पर पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को जिताने की जिम्मेदारी होगी. प्रियंका गांधी की तुलना अक्सर उनकी दादी इंदिरा गांधी से होती है. प्रियंका की हेयरस्टाइल, पोशाक और संवाद करने के तौर तरीकों को लेकर लोग उनमें इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं. प्रियंका गांधी की इसी छवि की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें सियासी मैदान में उतारने का फैसला किया है.