पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अब अपने चुनाव प्रचार का आगाज कर रही हैं. सोमवार को प्रियंका प्रयागराज से बोट यात्रा के जरिए अपने इस अभियान का आरंभ करेंगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में खत्म होगा.
अपनी इस यात्रा से पहले प्रियंका गांधी ने जनता के नाम एक खुला खत लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझे पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी दी है. यूपी के लोगों से मेरा नाता बहुत पुराना है और आज सबके साथ मिलकर यूपी की राजनीति बदलने की जिम्मेदारी मुझे एक सिपाही के रूप में मिली है.
प्रियंका ने कहा, 'आपकी बात सुने बिना परिवर्तन नहीं हो सकता है, इसलिए मैं आपके द्वार पहुंच रही हूं. मैं जलमार्ग, बस, ट्रेन और पदयात्रा कर आपसे संपर्क करूंगी.'
'गंगाजी का सहारा'
अपने खत में प्रियंका गांधी ने गंगा को सच्चाई और समानता का प्रतीक बताते हुए कहा कि वह किसी से भेदभाव नहीं करतीं. उन्होंने कहा, 'गंगाजी उत्तर प्रदेश का सहारा हैं. मैं गंगाजी का सहारा लेकर भी आपके बीच पहुंचूंगूी.'
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में कहा था कि मैं आया नहीं हूं, मुझे मां गंगा ने बुलाया है. केंद्र में सरकार बनने के बाद गंगा सफाई के लिए बाकायदा अलग मंत्रालय भी बनाया गया. हालांकि, अब तक गंगा सफाई को लेकर विपक्ष सरकार पर बरगलाने का आरोप लगाता रहा है. ऐसे में प्रियंका गांधी अब गंगा यात्रा के जरिए ही पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जा रही हैं, जहां नदी किनारे बसे गांवों के लोगों से वह लोगों से संवाद करेंगी. सूत्रों के मुताबिक, कहा ये भी जा रहा है कि प्रियंका की इस बोट यात्रा के पीछे यह भी एक वजह हो सकती है, जिसकी बानगी उनके चुनाव प्रचार में देखने को मिल सकती है.