कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में सरकार बनने पर देश के 20 फीसदी गरीब लोगों को न्यूनतम आय देने का ऐलान किया है. इस स्कीम को 'न्याय' नाम दिया गया है. सोमवार को इस स्कीम की घोषणा होने के बाद से ही पूरी पार्टी जमकर इसका प्रचार-प्रसार कर रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी राय रखी है. उन्होंने इस स्कीम को गरीबी पर सबसे बड़ा वार बताते हुए इस बात पर सबसे ज्यादा खुशी जताई है कि इस स्कीम का लाभ सीधे महिलाओं को दिया जाएगा. इस तरह प्रियंका गांधी ने एक बार फिर महिला मतदाताओं को अपने एजेंडे में शामिल किया है. दरअसल न्याय योजना की रकम परिवार की मुखिया महिला के खाते में डाली जाएगी.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए भी महिलाओं से जुड़े मसलों को प्रमुखता से उठाया है. प्रियंका ने हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, आशाकर्मी और शिक्षामित्रों की समस्या उठाते हुए यूपी सरकार से सवाल किए हैं. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यूपी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं राज्य कर्मचारी का दर्जा मांग रही हैं, लेकिन बीजेपी सरकार उनकी पीड़ा सुनने के बजाय उन पर लाठियां चलवा रही है. इसके अलावा प्रियंका गांधी ने यूपी की आशाकर्मियों की मांग उठाते हुए भी यूपी की बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया. उन्होंने लिखा कि आशाकर्मी 9 महीनों के लिए एक गर्भवती महिला के स्वास्थ की जिम्मेदारी उठाती हैं जिसके लिए उन्हें मात्र 600 रु मिलते हैं, लेकिन बीजेपी सरकार ने कभी उनकी मानदेय में बढ़ोतरी की सुध नहीं ली.
सबसे बड़ी ख़ुशी तो मुझे इस बात की हो रही है की ‘न्याय’ योजना के ज़रिए ₹72000 सालाना 5 करोड़ घरों में महिलाओं के खातों में भेजे जाएँगे!👍👍👍
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 26, 2019
महिलाओं की आवाज उठाते हुए पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी न सिर्फ योगी सरकार को घेर रही हैं, बल्कि एक महिला नेता होने के नाते महिला मतदाताओं को भी टारगेट कर रही हैं. आंगनबाड़ी और आशाकर्मियों के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने यह भी कहा है कि मेरी बहनों का संघर्ष, मेरा संघर्ष है. यानी प्रियंका गांधी ने संदेश साफ कर दिया है.
अब जबकि कांग्रेस ने अपने सबसे बड़े चुनावी वादे का ऐलान कर दिया है तो उसमें भी महिलाओं को तरजीह दी गई है. सरकार बनने की स्थिति में राहुल गांधी ने देश की 20 फीसदी गरीब आबादी को हर साल जो 72 हजार रुपये देने का फैसला लिया है, उसके तहत यह पैसा सीधे परिवार की महिला मुखिया के खातों में भेजा जाएगा. कांग्रेस के इस निर्णय को भी चुनावी दृष्टि से महिला वोटरों को टारगेट करने की रणनीति माना जा रहा है. अपनी पार्टी के इसी फैसले पर प्रियंका गांधी ने विशेष तौर पर खुशी जाहिर करते हुए अब कहा है कि सबसे बड़ी खुशी तो मुझे इस बात की हो रही है कि 'न्याय' योजना के जरिए 72000 रुपये सालाना 5 करोड़
घरों में महिलाओं के खातों में भेजे जाएंगे.